आतंकवाद पर विश्व समुदाय चुनिंदा दृष्टिकोण नहीं अपना सकता : जयशंकर

 बाकू (अजरबैजान), 23 अक्तूबर (भाषा) : भारत ने बुधवार को आतंकवाद को न केवल अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए बल्कि विकास के लिए भी ‘‘सबसे बड़ा खतरा’’ बताया। इसके साथ ही भारत ने कहा कि विश्व समुदाय इस खतरे के खिलाफ अपनी लड़ाई में चुनिंदा दृष्टिकोण या दोहरे मानदंडों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। बिना किसी देश का नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क सहित सीमा पार संचालन और आतंकी समूहों के बीच बढ़ते संबंध तथा आधुनिक संचार तकनीकों के जरिए घृणित विचारधाराओं के प्रसार से कोई देश इस समस्या से नहीं बचा है। जयशंकर ने यहां गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी कारण राजनीतिक लक्ष्य हासिल करने के लिए निर्दोष लोगों की अंधाधुंध हत्या को उचित नहीं ठहरा सकता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद न केवल अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए बल्कि विकास के लिए भी सबसे बड़ा खतरा है।