बिना एस.एम.एस. प्रणाली के धान काटने वाली 70 कम्बाइनें सील

पटियाला, 4 नवम्बर  (जसपाल सिंह ढिल्लों ): पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन प्रो. एस.एस. मरवाहा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पराली को न जलाने संबंधी कुछ जागरूकता ज़रूर आई है। उन्होंने बताया कि इस धान के सीज़न दौरान राज्य में 70 कम्बाइनें जोकि बिना एस.एम.एस. प्रणाली के धान की कटाई कर रही थीं को पकड़कर सील कर उन्हें 1.40 करोड़ रुपए का जुर्माना किया गया। प्रत्येक कम्बाइन को 2 लाख का जुर्माना किया गया। डा. मरवाहा ने कहा कि सरकार इस मामले में गम्भीरता से प्रयास कर रही है। सरकार ने आग लगाने वाले किसानों की ज़मीनों की गोदावरी फर्दों में लाल इंदराज किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगले समय में और सख्ती हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि किसान आग लगाने से बाज न आए तो सरकार अन्य रियायतों बारे भी कोई फैसला ले सकती है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने पराली नहीं जलाई उन्हें ज़रूर कुछ और सुविधाएं देने बारे भी विचार किया जा रहा है। डा. मरवाहा ने आगे बताया कि आगामी दिनों में पंजाब के किसान संगठनों के साथ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के उप कुलपति के साथ साझे तौर पर बातचीत करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कालेजों के राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों को लेकर जागरूकता अभियान भी ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया गया। उन्होंने एक और बात कही कि दिल्ली सरकार यह बात कह रही है कि दिल्ली के प्रदूषण में 10 से 12 फीसदी योगदान हो सकता है परंतु सारा प्रदूषण पंजाब का है, यह आरोप सरासर गलत है। इस अवसर पर सचिव सदस्य करुणेश गर्ग, इंजीनियर देव राज गोयल व डा. चरनजीत सिंह व रमेश सिंह भी मौजूद थे।