हिरासत में रखे गये नेताओं के होटल का बिल हुआ 2.65 करोड़ रुपये

श्रीनगर, 5 नवम्बर (वार्ता) : जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने संबंधी अनुच्छेद 370 और 35-ए को समाप्त करने के गत 5 अगस्त के निर्णय के बाद से कानून-व्यवस्था बनाये रखने के नाम पर हिरासत में लिये गये कई पूर्व मंत्रियों एवं विधायकों समेत विभिन्न दलों के नेताओं को ठहराने के नाम पर तीन माह में होटल का बिल 2.65 करोड़ रुपये पहुंचा तब अधिकारियों के होश ठिकाने लगे। नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स कांफ्रेंस समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के 31 नेताओं को भारतीय पर्यटन निगम के सेंटॉर होटल में पिछले तीन माह से हिरासत में रखा गया है। होटल का बिल जब ढाई करोड़ के पार गया तो आलोचनायें शुरू हो गयी। उन्होंने कहा,‘‘ होटल में सर्दी से बचने की उचित व्यवस्था नहीं है और सर्दियों के दौरान नेताओं को इसमें रखना मुश्किल होगा, खासकर जब तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि होटल की ओर से पेश किया गया बिल भी चिंता का कारण है। उन्होंने कहा,‘‘ होटल ने तीन महीनों के लिए इन बंदियों को रखने के लिए गृह विभाग को 2.65 करोड़ रुपये का बिल थमाया है।’’ होटल का भुगतान सरकारी दरों के अनुसार किया जाएगा। उन्होंने कहा,‘‘ सरकार को प्रति बंदी 6,000 रुपये से 8,000 रुपये के आसपास का बिल दिया जा रहा था, लेकिन केवल 800 रुपये ही मंजूर किए जाएंगे।’’ अगस्त से नजरबंद रहने वाले नेताओं में नेकां के वरिष्ठ नेता अली मोहम्मद सागर, पीडीपी के वरिष्ठ नेता और पिछली पीडीपी-भाजपा सरकार में प्रवक्ता नईम अख्तर, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद लोन और आईएएस अधिकारी से नेता बने शाह फैसल शामिल हैं।तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों-फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी पिछले तीन महीनों से हिरासत में रखा गया है। डॉ अब्दुल्ला को उनके गुपकार निवास पर हिरासत में लिया गया है, जबकि श्री उमर और सुश्री महबूबा श्रीनगर में सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं।