अद्भुत नज़ारा पेश करती है  ‘हेन सन डूंग केव’ 

हम सब जानते हैं कि पृथ्वी पर अजूबों की कमी नहीं। कहीं बहते नीले झरने अपना कमाल दिखा रहे हैं। वहीं आसमान से हाथ मिलाती पर्वत शिखाएं। हमें यह सब देखकर बहुत हैरानी और गर्व होता है कि भगवान ने हमें इन्सान बनाकर हम पर उपकार किया ताकि हम उसकी खूबसूरती को निहार सकें, उसकी तारीफ करें। एक अद्भुत नज़ारा और भी है इस पृथ्वी पर जिसके बारे में हम बात करेंगे वह है एक ऐसी गुफा जहां पर उसकी अपनी ही एक अलग दुनिया है। जिसने अपने अंदर दुनिया को सभी प्रकार की ज़रूरतें जिनसे जीवन सम्भव है, सहेज रखी हैं। गुफाएं तो बहुत सी हैं आप ने देखी भी होंगी। लेकिन यह अद्भुत नज़ारा किसी ने न देखा होगा न सुना होगा। जिस गुफा की हम बात कर रहे हैं उसका नाम है ‘हेन सन डूंग केव’ जिसका आसान भाषा में अर्थ है ‘पहाड़ी नदियों की गुफा’। यह गुफा वियतनाम में स्थित है। यह गुफा एक और गुफा के नीचे स्थित है। इसलिए इसके अंदर जाने का रास्ता बहुत ही दुर्गम है। माना जाता है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी गुफा है। इसका अपना मौसम है जो इसके अंदर की खूबसूरती को और निखारता है। सन् 1991 में वहां के स्थानीय निवासी ने इस गुफा की खोज की। उसने स्थानीय लोगों को बहुत समय तक उसके अंदर जाने से रोके रखा। 2009 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ वैज्ञानिकों की टीम ने इसके अंदर जाने की अनुमति दी और कुछ समय के बाद यह अपनी खूबसूरत और आश्चर्य से भरी पड़ी इस दुनिया के चलते मशहूर हो गई। इस गुफा की आश्चर्य चकित करती एक बात यह है कि इसके अंदर लहराते जंगल, बहते झरने, इसके अंदर ही एक दूसरे से बातें करते पक्षी, जानवर जैसे अपनी ही अलग दुनिया में खेल रहे हों। यह गुफा 9 किलोमीटर लम्बी, 200 मीटर चौड़ी और इसकी छत्त 150 मीटर ऊंची है। 2.5 मिलियन साल पहले नदी के बहाव में इस पहाड़ के नीचे से चूना पत्थर की चट्टानें बह जाने से इस गुफा का निर्माण शुरू हुआ।
 जहां चूना पत्थर कमज़ोर था वहां छत्त टूटने की वजह से गुफा के अंदर सूर्य की रौशनी आनी शुरू हुई और गुफा के अंदर जीवन पनपने लगा। आज इस गुफा का अपना जंगल है और कई प्रकार के जीव जंतु इसमें रहते हैं। यह गुफा अपने आप में एक अलग संसार संजोए हुए है। 

-ट्विंकलदीप कौर सैणी