दिल्ली की वायु गुणवत्ता आपात श्रेणी के नज़दीक पहुंची

नई दिल्ली, 13 नवम्बर (भाषा) : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही वायु गुणवत्ता आपात श्रेणी के नज़दीक जाती दिखी। पिछले 15 दिन में दूसरी बार शहर में प्रदूषण का इतना प्रकोप देखने को मिल रहा है। स्कूलों के खुले होने की वजह से छात्रों के इसकी चपेट में आने की आशंका भी बढ़ गई है। स्कूली छात्रों की मास्क पहने और रुमाल से मुंह ढकने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर हर जगह फैली हैं। कई लोगों ने शहर में खुले में कूड़ा जलाने, निर्माण अपशिष्ट और गंदगी के ढेरों की तस्वीरें भी साझा की हैं। दिल्ली में सुबह साढ़े 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 454 रहा। वहीं जहांगीरपुरी और रोहिणी सबसे अधिक प्रदूषित इलाके रहे जहां एक्यूआई 483 रहा। मुंडका और बवाना में एक्यूआई 479 रहा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) क्रमश: 469 और 459 था।
सम-विषम योजना का हो सकता है विस्तार : केजरीवाल : राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के ‘आपात’ स्तर के करीब पहुंचने के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ज़रूरत होने पर सम-विषम योजना आगे बढ़ाई जा सकती है। वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए क्या इस योजना को आगे विस्तारित किया जाएगा, यह पूछे जाने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ज़रूरत हुई तो हम इसे (सम-विषम योजना) और आगे बढ़ाएंगे।