‘ग्रुप’ में भरने वाले श्रद्धालुओं में एक को ही जाने दिया जा रहा 

करतारपुर लांघा (डेरा बाबा नानक), 13 नवम्बर (डा. कमल काहलों, गुरशरणजीत सिंह पुरेवाल) : पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जाने वाली संगत को जहां पासपोर्ट और रजिस्टे्रशन की दुविधा से परेशान होना पड़ रहा है, वहीं दस दिन पहले रजिस्टे्रशन भरने वाले यात्रियों के भी यहां आकर परेशान होने का मामला सामने आया है। यात्रियों ने बताया कि जिस समय उनके द्वारा फार्म भरा गया तो उसमें ग्रुप में जाने वाले यात्रियों बारे पूछा गया है और उनके द्वारा भी अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम दर्ज करके अप्लाई किया गया जबकि जब वो जहां करतारपुर लांघे पर पहुंचे तो उनको आगे नहीं जाने दिया गया और केवल उनके परिवार के एक-एक यात्री को ही आगे जाना दिया गया है, जिसके द्वारा फार्म भरा गया था। श्रद्धालुओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि या तो अधिकारित वैबसाइड में ग्रुप की ऑप्शन हटाई जाए या इस संबंधी कोई स्पष्ट जानकारी मुहैया करवाई जाए कि ग्रुप में जिन सदस्यों के नाम दर्ज किए जाते हैं, उनको भी निजी तौर पर अपना फार्म भरना पड़ेगा। 
‘ई.टी.ए.’ फार्म से अनजान श्रद्धालु यहां आकर भटके : यहां पहुंचे कई श्रद्धालुओं के पास यह फार्म न होने कारण उनको यात्रा पर जाने से पहले फार्म डाऊनलोड करवाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। यात्रियों ने कहा कि जिस तरह पासपोर्ट कार्यालयों में फार्म आदि उपलब्ध होने की सुविधा होती है, उसी तरह करतारपुर लांघा डेरा बाबा नानक में भी कंप्यूटर स्थापित किया जाए। 
सरकार गांव स्तर पर जागरुकता मुहिम आरंभ करे : यहां पहुंचे बहु संख्या में लोगों को गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जाने के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया बारे जानकारी न होने कारण यहां पहुंचे बुद्धिजीवियों ने केंद्र व पंजाब सरकार से मांग की कि सरकारें गांव स्तर पर जागरुकता मुहिम आरंभ करे ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु उचित प्रणाली से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जा सकें।
पासपोर्ट पर मुहर लगने से डरे हैं लोग : यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं ने कहा कि इस करतारपुर लांघे यात्री टर्मिनलसे पाकिस्तान जाने वालों के पासपोर्ट पर न तो भारत द्वारा और न ही पाकिस्तान द्वारा कोई मुहर लगाई जाती है। पासपोर्ट केवलएक पहचान के लिए देखा जाता है।