" सुखबीर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र " करतारपुर गलियारे के लिए पासपोर्ट की शर्त हटाई जाए

चंडीगढ़, 15 नवम्बर (अ.स.): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि वह दोनों देशों के बीच हुए समझौते में संशोधन करने के लिए पाकिस्तान को अपील करें और इस समझौते में से उस शर्त को हटा दें, जोकि करतारपुर गलियारे के इस्तेमाल करने वाले श्रद्धालुओं से पासपोर्ट होना अनिवार्य बनाती है। इसके अलावा वह जांच-पड़ताल व दस्तावेज़ों की प्रक्रिया को आसानी बनाने के लिए भी उचित कदम उठाएं। इस संबंधी प्रधानमंत्री को लिखे  पत्र में सुखबीर ने कहा कि लाखों सिख श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जाना चाहते हैं परंतु उनके लिए दस्तावेज़ों की जांच की पेचीदा प्रक्रिया व पासपोर्ट की अनिवार्य शर्त इस पावन तीर्थस्थल की यात्रा के रास्ते में बाधा साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि रोज़ाना पांच हज़ार श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब जाने की बजाय केवल सैकड़ों की संख्या में ही श्रद्धालु इस तीर्थस्थल की यात्रा के लिए जा रहे हैं, क्योंकि तीर्थयात्रा पर जाने के इच्छुक अधिकतर श्रद्धालुआें के पास पासपोर्ट नहीं हैं। श्रद्धालु इस शर्त को तुरंत हटाने की मांग कर रहे हैं। अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि सिख श्रद्धालुओं द्वारा उन्हें मिलकर पासपोर्ट की शर्त हटाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग विशेषकर बुजुर्ग यह महसूस करते हैं कि पासपोर्ट बनाना एक अतिरिक्त खर्च है, क्याेंकि उनके द्वारा विदेश यात्रा के लिए इसका इस्तेमाल करने की कोई सम्भावना नहीं है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आपसे अपील करता हूं कि इस मुद्दे को पाकिस्तान सरकार के पास उठाएं ताकि दोनों देशों में हुए समझौते में संशोधन किया जा सके और श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट की शर्त को पूरी तरह हटा दिया जाए। सुखबीर ने यह भी अपील की कि श्रद्धालुओं को पहचान पत्र के रूप में पासपोर्टों की बजाय आधार कार्ड जैसे सबूत ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।