बुद्ध को समझने के लिए आस्था से अधिक महत्वपूर्ण है ज्ञान : दलाईलामा

 औरंगाबाद, 24 नवम्बर (भाषा) : तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाईलामा ने रविवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कहा कि बुद्ध और बौद्ध धर्म को समझने के लिए केवल आस्था नहीं बल्कि ज्ञान भी जरूरी है। दलाईलामा ने यहां वैश्विक बौद्ध समागम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बौद्ध धर्म का जन्म और विकास भारत में ही हुआ था। बाबासाहेब आंबेडकर ने 20वीं सदी में भारत में बौद्ध धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। दलाईलामा ने कहा, ‘आचार्य शांतिरक्षित को तिब्बत आमंत्रित किया गया था जिसके बाद वहां साहित्य के अध्ययन, चर्चा और रचना का आंदोलन शुरू हुआ। तिब्बत ने इस अनमोल साहित्य को अब तक अक्षुण्ण रखने का प्रयास किया है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा बौद्धों को 21वीं सदी का बौद्ध होने के लिए कहता हूं।