सीपीओ में भारी उछाल से सोया, सरसों व बिनौला तेल में सरपट तेज़ी

नई दिल्ली, 8 दिसम्बर (एजेंसी): पिछले काफी दिनों से सीपीओ में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। गत सप्ताह भी मलेशिया में 40 डॉलर प्रति टन का और उछाल आ गया, जिससे यहां भी सरसों, सोया, बिनौला तेल में 200/250 रुपए प्रति क्विंटल की और तेजी आ गयी तथा पिछले एक महीने से सरपट तेजी का रुख बना हुआ है। काफी दिनों के बाद यह देखने को मिला है कि मिल पहुंच में सरसों समर्थन मूल्य के करीब पहुंच गयी है, जबकि मंडियों में अभी भी नीचे बिक रही है।आलोच्य सप्ताह इंडोनेशिया व मलेशिया दोनों ही खाद्य तेल बाजार में सीपीओ की शॉर्टेज बनी रही। वहां बायोडीजल में इसकी खपत बढ़ने से उत्पादकों को पड़ता लग रहा है, जिससे बाजार लगातार बढ़कर आलोच्य सप्ताह भी 40 डॉलर तेज हो गया। वहां 700 डॉलर प्रति टन का हाजिर में व्यापार हो गया। इसके प्रभाव से कांदला में  भी जो सीपीओ पिछले सप्ताह आज ही के दिन 4720 रुपए बिका था, उसके भाव 4880 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। कांदला में सोया रिफाइंड 250 रुपए छलांग लगाकर 8250 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंच गया। विदेशी खाद्य तेल तेज होने से यहां भी सरसों, सोया एवं बिनौला तेल में तेजी की आग लग गयी। तेल सोया 8650 रुपए से बढ़कर 9000 रुपए प्रति क्विंटल पर जा पहुंचा। बिनौला तेल भी 7800 रुपए से बढ़कर 8100 रुपए हो गया। उधर तेल सरसों भी कच्चे माल में भारी तेजी आने एवं विदेशों के तेज समाचार से 200 रुपए छलांग लगाकर 9100 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया। उधर राजस्थान की मंडियों में लूज सरसों 4250/4300 रुपए प्रति क्विंटल अलवर, भरतपुर, कोटा, बूंदी, सुमेरपुर, निवाई, टोंक आदि मंडियों में बिक गयी, जो दो महीने पहले नीचे में 3700/3750 रुपए बिकी थी। कोटा, निवाई, टोंक लाइन की सरसों जयपुर पहुंच में  4550 रुपए से उछलकर 4640 रुपए बिक गयी। तेल सरसों भी जयपुर पहुंच में 8840 रुपए से बढ़कर 9010 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया।