ढींडसा द्वारा पंथक वर्करों को अमृतसर समारोह में पहुंचने का आह्वान

जालन्धर, 11 दिसम्बर (मेजर सिंह) : अकाली दल बादल से नाराज़ बागी सुर अपनाए बैठे वरिष्ठ अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने पंथक समर्थकों तथा अकाली दल की रीढ़ की हड्डी रहे पुराने वर्करों तथा नेताओं को अपील की कि वह पार्टी को बुनियादी विचारकारों पर पुन: चलने तथा पंजाब के मसलों को हल करवाने के लिए आवाज़ उठाने के लिए अकाली दल के स्थापना दिवस 14 दिसम्बर को अमृतसर में बुलाई कांफ्रैंस में बढ़-चढ़ कर भाग लें। इस पत्रकार के साथ बातचीत करते स. ढींडसा ने बताया कि मौजूदा लीडरशिप की कार्यप्रणाली तथा व्यवहार से नाराज़-निराश हुए अकाली पंथक जज्बे वाले हर नेता-वर्कर का फर्ज है कि वह इस कन्वैंशन को कामयाब करने के लिए अपना फर्ज़ अदा करें। उन्होंने अकाली दल के पुराने नेता रहे स. बलवंत सिंह रामूवालिया तथा अन्य नेताओं को विशेष तौर पर इस समारोह में शामिल होने की अपील की है। कनवैंशन बुलाने वालों में सुखदेव सिंह ढींडसा के अलावा अकाली दल (टकसाली) के नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा तथा सेवा सिंह सेखवां, अकाली दल (1920) के नेता रवीइंद्र सिंह शामिल हैं। लुधियाना के विधायक बैंस भाइयों की लोक इंसाफ पार्टी ने भी कनवैंशन में शामिल होने का फैसला किया है। पता चला है कि बागी सुर वाले नेताओं की कनवैंशन बाईपास अमृतसर (नजदीक मजीठा रोड) पर पड़ते हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल के आडीटोरियम में रखी गई है। रामूवालिया सहित कई नेता होंगे शामिल : पता चला है कि बलवंत सिंह रामूवालिया तथा शिरोमणि कमेटी के पूर्व महासचिव सुखदेव सिंह भौर तथा साथियों द्वारा इस कनवैंशन में शामिल होने की उम्मीद है। उनके साथ स. ढींडसा द्वारा निजी सम्पर्क कायम किया गया है। यह भी कहा जाता है कि स. ढींडसा अकाली दल के कई नेताओं के साथ भी लगातार सम्पर्क रख रहे हैं। समझा जा रहा है कि कनवैंशन में शामिल संगठनों के नेताओं तथा अहम शख्सियतों पर आधारित एक कमेटी भी गठित की जा सकती है जो भविष्य में कार्यक्रम तथा रणनीति बनाएगी।
अकाली दल (ब) के नेता भी हुए चौकस
 विरोधी दलों द्वारा बनाई सरगर्मी खास कर सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा लकीर खींच कर नंगे धड़ विरोध में आ खड़े होने से पैदा होने वाली स्थिति के साथ निपटने के लिए बादल दल के नेता भी चौकस हो गए हैं। पता चला है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तीन दिन पहले गांव बादल में हुई कोर कमेटी की बैठक में इस मामले पर विचार-विमर्श किया था तथा पार्टी प्रधान तथा वरिष्ठ नेता सारी स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।
परमिंदर सिंह ढींडसा बारे स्थिति अनिश्चित
सुखदेव सिंह ढींडसा के पुत्र तथा अकाली विधायक दल के नेता परमिंदर सिंह ढींडसा बारे अभी भी स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। चाहे उन्होंने गत दिन ठोक बजा कर पार्टी छोड़ने के लगाए जा रहे क्यासों का खंडन किया था पर मंगलवार सायं को अकाली दल से बागी अपने पिता के साथ दिल्ली के लिए रवाना होने पर फिर बुधवार को सारा दिन उन दोनों के इकट्ठे रहने से राजनीतिक हलकों में दाल में कुछ काला होने के चर्चा लग रहे हैं।