" मामला एस.सी. विद्यार्थियों की स्कालरशिप न जारी करने का " कैप्टन व मोदी सरकार की मानसिकता दलित विरोधी : ‘आप’

चंडीगढ़, 14 दिसम्बर (अ.स.): पंजाब में पिछले 3 वर्षों से डा. अम्बेदकर पोस्ट मैट्रिक वज़ीफा योजना के लाभपात्री एस.सी. विद्यार्थियों के वज़ीफे न जारी करने का कड़ा विरोध करते हुए कांग्रेस व अकाली-भाजपा को दलित विरोधी जमातें करार दिया है। पार्टी की कोर कमेटी के चेयरमैन प्रिंसीपल बुद्ध राम, विरोधी पक्ष की उपनेता बीबी सरबजीत कौर माणूके, पार्टी प्रवक्ता रुपिन्द्र कौर रूबी, दलित विंग के प्रदेश प्रधान मनजीत सिंह बिलासपुर व सह प्रधान कुलवंत सिंह पंडोरी (सभी विधायक) ने कहा कि पंजाब व केन्द्र की सरकारों की दलित विरोधी मानसिकता के कारण पिछले 2-3 वर्षों से एक लाख से अधिक एस.सी. विद्यार्थी पेशेवारना व उच्च शिक्षा से वंचित कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी  आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं कि वर्ष 2016-17 में राज्य के इंजीनियरिंग, पॉलीटैक्निक, होम्योपैथी, बी.एड., डिग्री कालेजों व यूनिवर्सिटियों में लगभग 3.5 लाख एस.सी. विद्यार्थी पढ़ते हैं। 2018-19 में यह गिनती लगभग 2.5 लाख रह गई है। दूसरी ओर जो लाभपात्री विद्यार्थी इस स्कालरशिप योजना तहत राज्य के सरकारी व निजी संस्थानों में पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, उनमें से बहुत से डिग्रियों/प्रमाण पत्रों को तरस रहे हैं, क्योंकि सरकार द्वारा उन शैक्षणिक संस्थानों को स्कालरशिप योजना के बनते वज़ीफे फंड ही जारी नहीं किए गए। इन नेताओं ने कहा कि रिपोर्टों अनुसार राज्य में लगभग 1600 शैक्षणिक संस्थान हैं, जिनमें लगभग 200 निजी कालेज सरकार द्वारा बकाया राशि न दिए जाने के कारण बंद हो गए हैं। परिणाम स्वरूप न केवल संबंधित क्षेत्रों के विद्यार्थियों का नुक्सान हुआ बल्कि हज़ारों लोगों का रोज़गार भी चला गया, जिसके लिए सरकार की दलित विरोधी सोच ज़िम्मेवार है।