ब्रैग्ज़िट यू.के. को नुक्सान नहीं पहुंचाएगा : रिपोर्ट

लंदन, 26 दिसम्बर (मनप्रीत सिंह बधनी कलां): 31 जनवरी को यूरीपोय संघ से अलग होने के बाद यू.के. विश्व आर्थिकता में पहले की तरह ही प्रभावशाली रहेगा, ब्रैगज़िट के कारण यू.के. के विश्व स्तरीय रुतबे को कोई नुक्सान नहीं होगा। इन बातों का खुलासा एक जारी हुई नई खोज रिपोर्ट में हुआ है। सैंटर फार इक्नामिक्स एंड बिज़नस रिसर्च (सी.ई.बी.आर.) ने कहा है कि 2016 के जनमत के बाद तीन वर्ष चले ब्रैगज़िट विवाद मौके फ्रैंच आर्थिकता यू.के. को ओवरटेक करने में फेल रही है। ताज़ा हालातों अनुसार 2034 तक ब्रिटेन का उत्पादन फ्रैंच आर्थिकता से एक चौथाई अधिक होगा। यू.के. को लगातार नौजवान आबादी का लाभ मिल रहा है जो इमीग्रेशन द्वारा बढ़ रही है। टैक्नालोजी, फार्मासियूटीकल व क्रिटव इंडस्ट्री में अधिक पकड़ बनाई हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे भारत 2019 में विश्व का सबसे तेज़ी से विकास करने वाला 5वें स्थान का देश रहा। इस रिपोर्ट में अमरीका पहले, चीन दूसरे, जापान तीसरे, जर्मनी चौथे स्थान पर हैं परन्तु रिपोर्टों में कहा गया है कि 2034 में चीन पहले, अमरीका दूसरे, भारत तीसरे, जापान चौथे, जर्मनी 5वें व यू.के. 6वें स्थान पर होगा जबकि फ्रांस 7वें, कनाडा 8वें व ब्राज़ील 9वें स्थान पर होगा।