विद्यार्थी जा रहे विदेश, तकनीकी कालेजों की हालत पतली

पटियाला, 3 जनवरी (अ.स.): प्रदेश में बढ़ती बेरोज़गारी व विदेशों को जाने की होड़ ने पंजाब के कालेज विद्यार्थियों से वंचित होने शुरू हो गए हैं जिनमें तकनीकी कालेजाें की संख्या कहीं अधिक है। तकनीकी शिक्षा से संबंधित निजी कालेजों को वित्तीय सहायता देने वाले प्रबंधकों ने विद्यार्थियों की कमी के कारण व सरकार की योजना के तहत फीस समय पर न मिलने के कारण पांव पीछे खींच लिए हैं। यदि वर्ष 2012-13 की बात करें तो तकनीकी क्षेत्र से संबंधित ज़िला फतेहगढ़ साहिब का कालेज कोरडियां इंस्टीच्यूट आफ होटल मैनेजमैंट बंद हुआ था उसके बाद सरकार द्वारा शुरू की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप योजना के शुरू होने व सही समय सरकार द्वारा उपरोक्त योजना के तहत पैसा न आने के कारण भी कई निजी कालेज आर्थिक मंदहाली के शिकार हो गए। आल इंडिया कौशल आफ टैक्नीकल एजुकेशन के आंकड़ाें के अनुसार वर्ष 2014-15  में स्वामी विवेकानंद बिज़नैस स्कूल व मैनेजमैंट कालेज भी बंद हो गए। इस दौरान ही आस्ट्रेलिया, कनाडा व अमरीका जैसे देशों द्वारा स्टडी वीजा में दी छूट के कारण तकनीकी शिक्षा से संबंधित कालेजाें में विद्यार्थियों की संख्या और घटने लगी और कालेज बंद होने का सिलसिला तेज़ हो गया। इस वर्ष दौरान ही ज़िला पटियाला, फतेहगढ़ साहिब,  बठिंडा व होशियारपुर में स्थित चार कालेज बंद हो गए। वर्ष 2015-16 में बजाज इंजीनियरिंग कालेज फतेहगढ़ साहिब, देशभगत इंस्टीच्यूट आफ होटल मैनेजमैंट कैटरिंग टैक्नोलाजी व दोहारा इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमैंट टैक्नोलाजी भी बंद हो गए। वर्ष 2016-17 में प्रदेश के 6 ज़िलाें में स्थित तकनीकी शिक्षा से संबंधित कालेज बंद हो गए। इसी तरह 2017-18 में भी 6 और कालेजों के प्रबंधकों ने कालेज बंद करने के लिए एआईसीटी से कालेज बंद करने की अपील की गई। वर्ष 2018-19 में चंडीगढ़ बिजनैस स्कूल मोहाली, डाक्टर आईटी आफ मैनेजमैंट टैक्नोलाजी, एमएलबी इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमैंट टैक्नोलाजी व माडर्न पोलिटैक्निक कालेज सुनाम भी बंद हो गए।