बिजली दरें वापिस करवाने हेतु अकाली दल करेगी आंदोलन : सुखबीर

चंडीगढ़, 3 जवनरी (अ.स.): शिरोमणि अकाली दल ने आज कांग्रेस सरकार को दो पूर्व अकाली सरपंचों बाबा गुरदीप सिंह और दलबीर सिंह ढिलवां के कातिलों को गिरफ्तार करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। यदि फिर भी सरकार ने इन मामलों में कोई कार्रवाई न की तो अकाली दल द्वारा इन राजनीतिक कातिलों के केसों में इंसाफ लेने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। आज यहां पार्टी प्रधान स. सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में हुई कोर कमेटी की बैठक में इस संबंधी फैसला लेते हुए कोर कमेटी ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों के साथ संबंध रखने वाले गैंगस्टरों द्वारा अकाली नेताओं के किए जा रहे राजनीतिक कत्ल एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रुझान है। पार्टी पंजाब में गैंगस्टर-मंत्री का नापाक गठबंधन तोड़ने के लिए वचनबद्ध है और इस लिए लोगों में जाने और अदालत का दरवाज़ा खटखटाने सहित सभी ज़रूरी कदम उठाएगी। कोर कमेटी ने यह भी घोषणा की कि यह पंजाब में बिजली दरों में की भारी बढ़ोतरी को वापिस करवाने के लिए भी आंदोलन करेगी। कमेटी ने कहा कि इस बढ़ोतरी ने आम आदमी पर असहनीय बोझ डाल दिया है और उद्योग चलाना मुश्किल बना दिया है। यह टिप्पणी करते हुए कि अकाली दल कांग्रेस सरकार को अपनी नाकामियां और प्रबंधकीय कमियों का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डालने देगा, सरदार सुखबीर सिंह बादल ने ऐलान किया कि बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी को तुरन्त वापिस लेने की मांग करते हुए पार्टी द्वारा राज्य भर में ज़िला स्तरीय धरने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले धरना 2 फरवरी को संगरूर में और उसके बाद बठिंडा, फिरोज़पुर और फाज़िल्का में धरने दिए जाएंगे।  कोर कमेटी ने यह भी फैसला किया कि सीनियर नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जल्दी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को मिल कर उनको भाई बलवंत सिंह राजोआणा की नज़रबंदी को लेकर सिखों की भावनाओं से अवगत करवाएगा। कोर कमेटी ने फैसला किया कि प्रतिनिधिमंडल केन्द्रीय लीडरशिप को भाई राजोआणा की मौत की सज़ा माफ करने और उसको तुरन्त जेल से रिहा करने के लिए कहेगा। कोर कमेटी ने जेल मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा द्वारा की गई घोर बेअदबी का कड़ा नोटिस लिया और उसके द्वारा पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी का मज़ाक उड़ाने और गुरु साहिब की तुलना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ करने की कड़ी निंदा की। कमेटी ने कहा कि रंधावा की इस शर्मनाक हरकत ने समूचे सिख भाईचारे की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसलिए धारा 295 तहत कांग्रेसी मंत्री खिलाफ तुरन्त केस दर्ज किया जाना चाहिए और उसको मंत्रिमंडल से तुरन्त हटाया जाना चाहिए। कमेटी द्वारा उत्तर प्रदेश में पीलीभीत में नगर कीर्तन में भाग ले रहे 55 सिख श्रद्धालुओं के खिलाफ केस दर्ज किए जाए और मध्य प्रदेश के शीओपुर ज़िले में सिख परिवारों की 200 एकड़ ज़मीन और 9 घरों के किए नुक्सान बारे भी चर्चा की। हल निकालने के लिए कोर कमेटी के दो सदस्यों और सांसदों बलविंदर सिंह भूंदड़ और नरेश गुजराल को नियुक्त किया। यह दोनों सांसद इन दोनों स्थानों पर जाएंगे और सही ढंग से पीड़ितों के केसों को उठाएंगे।  कोर कमेटी की बैठक में जत्थेदार तोता सिंह, गुलज़ार सिंह रणीके, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, सिकंदर सिंह मलूका, शरनजीत सिंह ढिल्लों, डाक्टर दलजीत सिंह चीमा, बीबी जगीर कौर, कृपाल सिंह बडूंगर, सुरजीत सिंह रखड़ा, मनजिन्दर सिंह सिरसा और बलदेव सिंह मान ने हिस्सा लिया। दिल्ली कमेटी के हरमीत सिंह कालका ने बैठक में विशेष मेहमान के रूप में भाग लिया।