नफरत की राजनीति के लिए पनाहगाह न बने यूनिवर्सिटी कैंपस - उपराष्ट्रपति 

बेंगलुरू, 07 जनवरी - जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में हुए हमले की पृष्ठभूमि में उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि शैक्षिणक संस्थानों को सफल बनने की राह में नफरत और हिंसा की राजनीति के लिए पनाहगाह नहीं बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों और अकादमिक प्रयासों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, न कि गुटबाजी और विभाजनकारी प्रवृत्तियों को। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद के रजत जयंती समारोह में अपने संबोधन में नायडू ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे यहां के विश्वविद्यालयों में हर तरह के मत एवं विचारों के लिए स्थान है। उन्होंने रविवार रात जेएनयू में हुए हमले की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की।