केन्द्र की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल आज

नई दिल्ली, 7 जनवरी (उपमा डागा पारथ) : केन्द्र की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध जताने के लिए विभिन्न ट्रेड यूनियनों, बैंक यूनियनों, विद्यार्थी यूनियनों द्वारा बुधवार को दिए हड़ताल के आह्वान पर केन्द्र ने कड़ा रूख अपनाते हुए कहा है कि हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारी परिणाम भुगतने को तैयार रहें।  लगभग 6 बैंक यूनियन, 10 ट्रेड यूनियनों और 60 विद्यार्थी यूनियनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। बैंक यूनियनों के हड़ताल में शामिल होने के कारण बैंकिंग कामकाज प्रभावित होने की संभावना है। बैंक कर्मचारी हाल में सरकार द्वारा बैंकों के रेलवे के फैसले का विरोध कर रहे हैं जबकि विद्यार्थी यूनियनें फीसों में वृद्धि और शिक्षा के व्यापारीकरण को लेकर इस बंद में शामिल हो रही है। ट्रेड यूनियनों, जिनमें आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईव्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी शामिल है, का दावा है कि इस हड़ताल में लगभग 25 करोड़ लोग भाग लेंगे। ट्रेड यूनियन ने जारी एक बयान में कहा कि श्रम मंत्रालय द्वारा 2 जनवरी, 2020 को बुलाई गई बैठक में मंत्रालय द्वारा उनकी मांगों के बारे कोई भी आश्वासन नहीं दिया गया। ट्रेड यूनियनों, बैंक यूनियनों और विद्यार्थी यूनियनों के अतिरिक्त भारत बंद के इस आह्वान को कई किसान संगठनों का भी समर्थन मिला है। परंतु श्रम मंत्रालय ने इस संबंध में एक आदेश जारी करते हुए कहा कि कर्मचारी हड़ताल पर गए तो वह परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। इस आदेश में आगे यह भी कहा गया कि संबंधित कर्मचारी का वेतन काटने के अतिरिक्त उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब रोडवेज़ और पनबस का  रहेगा चक्का जाम
लुधियाना, 7 जनवरी (भूपिन्द्र बैंस) : देश व्यापी हड़ताल को लेकर पंजाब में सरकारी बस सेवा ठप्प रहेगी। पंजाब रोडवेज़ और पनबस ठेका कर्मचारी यूनियन द्वारा पंजाब रोडवेज़ के समूह जनरल मैनेजरों को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि पंजाब रोडवेज़/पनबस कर्मचारी मांगों को लेकर हड़ताल में शामिल होंगे, जिस कारण बसों का चक्का जाम रखा जाएगा। संगठन के प्रादेशिक नेता भगत सिंह भगता ने बताया कि पंजाब रोडवेज़/पनबसों की सेवा 7 जनवरी की रात को 12 बजे से लेकर कल 8 जनवरी 12 बजे तक नहीं चलेंगी।