सुखदेव ढींडसा और परमिंदर ढींडसा को अकाली दल ने किया निलंबित

चंडीगढ़, 11 जनवरी (विक्रमजीत सिंह मान) : शिरोमणि अकाली दल से नाराज़ चल रहे अकाली दल के सीनियर नेता सुखदेव सिंह ढींडसा और उनके पुत्र परमिंदर सिंह ढींडसा को शिरोमणि अकाली दल ने निलम्बित कर दिया है। यह फैसला शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में चंडीगढ़  में भी हुई कमेटी की बैठक में लिया गया। जानकारी देते हुए डा. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि इन दोनों नेताओं को कोर कमेटी द्वारा निलम्बित कर दो सप्ताह में जवाब मांगा गया है। दोनों नेताओं द्वारा जवाब आ जाने के बाद ही पार्टी अगली कार्रवाई पर विचार करेगी। अकाली दल की चंडीगढ़ में लगभग 8 घंटे चली कोर कमेटी की बैठक में और कई अहम फैसले लिए गए। कोर कमेटी सदस्यों द्वारा यह फैसला भी किया गया कि कल कई अहम मुद्दों पर देश के गृहमंत्री अमित शाह के साथ अकाली दल के सीनियर नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में मुलाकात करेगा। गृहमंत्री  के साथ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 440वें समारोह को बड़े स्तर पर मनाने संबंधी, भाई बलवंत राजोआना फांसी मामले, ननकाना साहिब पर हमले और पाकिस्तान में अल्पसंख्यक की सुरक्षा के मामले में बातचीत की जाएगी। इसके अतिरिक्त  कोर कमेटी द्वारा फैसला लिया गया कि पंजाब में पी.एस.पी.सी.एल. के बहु करोड़ी घोटाले सहित अन्य मुद्दों को लेकर 15 फरवरी को अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर के साथ मुलाकात कर मांग पत्र देगा। पार्टी ने यह फैसला भी लिया कि पंजाब के ज्वलंत मुद्दों को लेकर पार्टी द्वारा 28 जनवरी फरीदकोट, 2 फरवरी संगरूर, 16 फरवरी को बठिंडा में धरना दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त पंजाब के लोगों की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए अकाली दल द्वारा अलग-अलग कमेटी बनाई गई है। कांग्रेस सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों से किए वायदों को न पूरा करने के मामले में और राज्य के लोगों से धक्केशाही के मामलों को देखने के लिए दो कमेटियों का गठन किया गया है। यह भी फैसला लिया गया है कि शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल मुख्य कार्यालय में ज़िला प्रधानों के साथ बैठक करेंगे और हलके स्तर पर सर्कल डैलीगेटों के साथ भी बातचीत का दौर जारी रहेगा। कोर कमेटी की बैठक में अन्यों के अतिरिक्त  बलविंदर सिंह भूंदड़, डा. दलजीत सिंह चीमा, चरनजीत सिंह अटवाल, बिक्रम सिंह मजीठिया, जत्थेदार तोता सिंह, गुरजार सिंह राणीके, बीबी उपिंदरजीत कौर, सिकंदर सिंह मलूका, शरनजीत सिंह ढिल्लों, सुरजीत सिंह, बीबी जगीर कौर और बलदेव सिंह मान उपस्थित थे।