आय में वृद्धि करने हेतु किसान विभिन्नता को अपनाएं : हरसिमरत

बठिंडा, 13 जनवरी (कंवलजीत सिंह सिद्धू/ जगवंत बांसल) : इंडियन इंस्टीच्यूट आफ फूड प्रोसैसिंग टैक्नालोजी (आई. आई.एफ.पी.टी.), सम्पर्क कार्यालय, बठिंडा ने आज पंजाब और हरियाणा क्षेत्र के 8 अलग-अलग प्रसिद्ध संस्थाओं के साथ केन्द्रीय फूड प्रोसैसिंग उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और फूड प्रोसैसिंग उद्योग मंत्रालय के जुआईट सचिव अशोक कुमार की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए। यह हस्ताक्षर डा. सी. आन्नद धर्म क्रिशनन, डायरैक्टर, आई. आई.एफ.पी.टी. ने इन यूनिवर्सिटियों, कालेजों और संस्थाओं के वीसीज और डायरैक्टरों के साथ किए और कागजों का वितरण किया गया। इन यूनिवर्सिटियों, कालेजों और संस्थाओं में पंजाब खेती यूनिवर्सिटी (पी.ए.यू.), लुधियाना, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी (एम.आर.एस.पी.टी.यू.), बठिंडा, सैंट्रल इंस्टीच्यूट आफ पोस्ट हारवैस्ट इंजीनियरिंग एंड टैक्नालोजी (सी.आई.पी.एच.ई.पी.), लुधियाना, नैशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीच्यूट (एन.डी.आर.आई.), करनाल, इंडीयन इंस्टीच्यूट आफ वीट एंड बारले रिसर्च (आई.आई.डब्ल्यू.बी.आर.), करनाल, संत लौंगोवाल इंस्टीच्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नालोजी (एस.एल.आई.ई.टी.), संगरूर, नैशनल एग्री फूड बायो टैक्नालोजी इंस्टीच्यूट (एन.ए.बी.आई.), मोहाली और गुरू नानक कालेज, बुढलाडा शामिल है। इस अवसर पर केन्द्रीय फूड मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि समय की जरूरत है कि विश्व स्तर पर मुकाबला करने के लिए विज्ञानिक तक्नालोजी अपनाई जाएं। उन्हाेंने किसानों और उद्योमियों को अपील की है कि वह फूड प्रोसैसिंग उद्योग मंत्रालय अधीन चल रही ग्राम स्मृधि योजना का लाभ उठाएं। इस योजना तहत मंत्रालय को तक्नालोजी को अपग्रेड करने के लिए 3000 करोड़ रूपये मिले है। यह समझौता पत्र खोज, हुनर विकास, सलाहकारी, संस्थागत विकास, सुचना के प्रसार और विद्यार्थियों की इन प्लांट ट्रेनिंग की सुविधा में मददगार स्पष्ट होंगे। जो सम्पर्क कायम होगा। हरसिमरत कौर बादल ने सफल उद्यमियों, जिन्हाेंने कि आई.आई.एफ.पी.टी. सम्पर्क कार्यालय, बठिंडा की तक्नीकी हिमायत से अपना व्यापार स्थापित किया है को सम्मानित किया। फूड प्रोसैसिंग उद्योग मंत्रालय के सह सचिव अशोक कुमार ने उद्यमियों को अपील की है कि वह केन्द्र सरकार की स्कीमों और खोज और विकास पहल कदमियों का लाभ उठाएं। डायरैक्टर आई.आई.एफ.पी.टी. डा. आन्नद धर्मा क्रिशनन ने कहा कि मंत्रालय अधीन इंडीयन इंस्टीच्यूट आफ फूड प्रोसैसिंग टैक्नालोजी (आई.आई.एफ.पी.टी.) एक प्रसिद्ध शैक्षणिक, खोज और विकास संस्था है।