कोई भी वृक्ष इतना बड़ा नहीं होता कि गिरते समय धरती कांपने लगे : सुखबीर

चंडीगढ़, 16 जनवरी (अ.स.): शिरोमणि अकाली दल के प्रधान स. सुखबीर सिंह बादल ने आज पंजाब के कांग्रेसी नेताओं को कहा कि वह हज़ारों सिखों के कातिलों   से सभी नाते तोड़ने की नैतिक दलेरी दिखाएं। उन्होंने कहा कि इन कातिलों को कांग्रेसी पार्टी के सीनियर नेताओं द्वारा सिर्फ हल्लाशेरी ही नहीं थी दी गई, बल्कि उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी सहित हाइकमान के नेताओं जगदीश डाईटलर और कमलनाथ ने आगे होकर इन कातिलों का नेतृत्व किया था। उन्होंने कहा कि तुच्छ राजनीतिक लाभ खातिर इन कातिलों के दरवाजों आगे खड़े होकर इंतजार करते हुए पंजाब के किसी भी कांग्रेसी नेता को कभी उसकी ज़मीर ने नहीं झिंझोड़ा। स. बादल सिट के प्रमुख दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस (सेवामुक्त) श्री एस.एन. ढींगरा की रिपोर्ट बारे टिप्पणी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट ने कांग्रेस के अपराध से पर्दा उठा दिया है और साबित कर दिया है कि 1984 में सिखों का किया कत्लेआम एक योजनाबद्ध नरसंहार था। स. बादल ने कहा कि जब राजीव गांधी हज़ारों निर्दोष सिखों के कत्लेआम को यह कह कर सही ठहराता था कि जब कोई बड़ा वृक्ष गिरता है तो धरती कांपती है तो पंजाब के कांग्रेसी तालियां बजाते थे। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी दरअसल भूल गया था कि दुनिया का कोई भी वृक्ष इतना बड़ा नहीं होता कि वह दुनिया को कांपने पर लगा दे। जो कुछ 1984 में घटा था, वह मानवता और कुदरत का कत्लेआम था। आने वाली सदियों तक कांग्रेस पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।