रोग प्रतिरोधक एवं विटामिन से भरपूर शहद

शहद मीठा होने के साथ-साथ एक रोग प्रतिरोधक एवं विटामिन प्रदान करने वाला पदार्थ है। शहद में असंख्य वनस्पतियों का सत्व विद्यमान रहता है। इसमें प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक तत्व तथा शक्तिवर्धक तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। ऐसे अमूल्य तत्वों का आयुर्वेदिक या एलोपैथिक पद्धति से बनाये गये किसी भी टॉनिक में पाया जाना असंभव है। यदि शहद का रासायनिक विश्लेषण किया जाये तो शहद में चीनी के अतिरिक्त अलब्यूमिन, चर्बी, पराग, केसर, विटामिन-सी तथा प्रचुर मात्रा में खनिज का मिश्रण पाया जाता है। मनुष्य का पाचन संस्थान इसे पचाने में बहुत अधिक सक्षम होता है। इसी गुण के कारण यह रोगियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ है।शहद एक पौष्टिकता से परिपूर्ण आहार है। यह शरीर को ऊष्मा प्रदान कर रोगाणुओं का नाश करता है। मधुमक्खियों द्वारा प्रदत्त यह अनमोल प्राकृतिक उपहार रोगियों के लिए एक रामबाण औषधि सिद्ध हुआ है। शहद को वर्षों तक भी रखा जाये तो इसमें सड़न के लक्षण नहीं आते। इसे किसी भी अन्य तत्व के साथ मिलाया नहीं जा सकता। इसे किसी तत्व के साथ मिलाने पर यह नष्ट हो जाता है या अपनी गुणवत्ता खो देता है। शहद के सभी तत्वों को मिलाकर वैज्ञानिकों ने इसे बनाने का प्रयास किया था लेकिन वे नाकामयाब रहे। चाय, काफी जैसे पेय पदार्थों के स्थान पर यदि एक कप पानी में दो चम्मच शहद डालकर प्रतिदिन पिया जाये तो यह शरीर की थकावट को दूर करके पाचन शक्ति एवं हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। स्वास्थ्य वृद्धि के लिए शहद का प्रयोग सर्वोत्तम है। अब शहद का प्रयोग करके कई प्रकार की दवाइयों का भी निर्माण हो रहा है।

(स्वास्थ्य दर्पण)
-सुनील परसाई