निर्भया केस: कोर्ट ने जारी किया नया डेथ वारंट, अब 1 फरवरी को होगी फांसी

नई दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा, उपमा डागा पारथ) : दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को 1 फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाने के लिए शुक्रवार को नया मृत्य वारंट जारी किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा मामले के दोषी मुकेश कुमार सिंह की याचिका पर सुनवाई कर रहे थे जिसमें फांसी की तारीख को 22 जनवरी से टालने की मांग की गई थी। आज इससे पहले तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने दिल्ली की अदालत से निर्भया मामले के चारों दोषियों के खिलाफ मौत की सजा पर अमल का फरमान (डेथ वॉरंट) फिर से जारी करने की मांग की थी। लोक अभियोजक इरफान अहमद ने अदालत को बताया कि मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को खारिज कर दी है। पैरामेडिकल की 23 वर्षीय छात्रा के साथ 16 दिसम्बर 2012 की रात को बर्बर सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। छात्रा की 29 दिसम्बर 2012 को सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई थी। दूसरी ओर वहीं इस मामले में दूसरे दोषी पवन कुमार ने हार्टकोर्ट के फांसी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। विशेषज्ञों के अनुसार जब तक निर्भया के तीन दोषियों में से कोई भी एक दोषी राष्ट्रपति के आगे दया याचिका दायर करते रहेगा तब तक फांसी लटकती रहेगी।
जो दोषी चाहते हैं वही हो रहा है : निर्भया की मां
मौजूदा घटनाक्रम से दुखी होते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने भारी असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जो दोषी चाहते हैं वही हो रहा है। फांसी की तारीख लगातार आगे डालन को सिस्टम की कमज़ोरी बताते हुए उन्होंने कहा कि इस सिस्टम में दोषियों की ही बात सुनी जा रही है। उन्होंने कहा मैं लड़ूगीं और लड़ती रहूंगी। फांसी की नई तारीख जारी होने से पहले शुक्रवार सुबह ही निर्भया की मां ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी भावुक अपील की।