सीपीओ घटने से खाद्य तेल थोक में लुढ़के : उपभोक्ताओं को लाभ नहीं

नई दिल्ली, 19 जनवरी (एजेंसी) गत सप्ताह मलेशिया में सीपीओ, एशियाई देशों की लिवाली कमजोर पड़ते ही 35 डॉलर प्रति  टन और गिर गया, जिसके  चलते घरेलू मंडियों में भी 200/400 रुपए प्रति क्विंटल सरसों, सोया, बिनौला व चावल तेल के भाव थोक में घट गये।  जबकि आम उपभोक्ताओं को वही 130/140 रुपए प्रति लीटर में तेल सरसों मिल रहा है। ऊपर के भाव से खाद्य तेल एक पखवाड़े में 8 रुपए तक घट गये हैं। आलोच्य सप्ताह इंडोनेशिया व मलेशिया में एशियाई देशों के आयातक ऊंचे भावों में माल लेने से पीछे हट गये, जिससे 35 डॉलर की और गिरावट पर 800 डॉलर प्रति टन भाव रह गये। जिससे कांदला में भी इसके भाव 5820 रुपए से गिरकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल के निम्नस्तर पर आ गये। शिकागो सोया तेल वायदा एवं केएलसीई में सीपीओ वायदा भी लगातार नीचे की तरफ गिरता रहा, जिससे घरेलू मंडियों में तेल व तिलहनों के बाजार थोक में घटते चले गए। जो सरसों 42 प्रतिशत कंडीशन वाली कोटा, निवाई, टोंक लाइन की जयपुर पहुंच में 4700 रुपए बिकी थी, उसके भाव 4500 रुपए रह गये। इसका तेल भी कोटा लाइन में 9370/9380 रुपए से घटकर 9050/9060 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। जयपुर पहुंच में भी 300 रुपए गिरकर 9150/9160 रुपए बिक गया। ऊपर के भाव से एक पखवाड़े में 800/900 रुपए तेल सरसों में मंदा आ चुका है, जबकि आम उपभोक्ताओं को रिटेल में 130/140 रुपए प्रति लीटर खरीदना पड़ रहा है।