दिल्ली में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगा शिरोमणि अकाली दल

नई दिल्ली, 20 जनवरी (जगतार सिंह) : दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा पर शिरोमणि अकाली   दल मध्य गठबंधन टूटने की सुबह से ही चल रही अटकलों के बाद देर सायं शिरोमणि-अकाली दल के नेताओं ने प्रैस कांफ्रैंस करते हुए बताया कि नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर भाजपा से सहमति न होने के कारण शिरोमणि अकाली दल ने दिल्ली चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। हालांकि भाजपा द्वारा इस मामले में अभी तक कोई अधिकारित बयान नहीं आया। वैसे आज सुबह से ही ‘सीटों’ और ‘चुनाव निशान’ के मुद्दे को लेकर सहमति न बनने की चर्चा चल रही थी और दिल्ली प्रदेश प्रभारी बलविंदर सिंह भूंदड़ ने बकायदा मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि सहमति न बनने के कारण पार्टी ने दिल्ली की 8 सीटों पर उम्मीदवारों को ‘तक्कड़ी’ चुनाव निशान पर नामांकन दाखिल करने के निर्देश दे दिए गए हैं। परंतु कांफ्रैंस के दौरान दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा और दिल्ली प्रदेश प्रधान हरमीत सिंह कालका ने साझे तौर पर दावा किया कि नागरिकता संशोधन कानून के मामले में स्टैंड को लेकर चुनावों के लिए भाजपा के साथ सहमति  नहीं बनी क्योंकि भाजपा द्वारा अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को सीएए पर अपना रूख बदलने की मांग कर रही थी। उन्होंने कहा कि हम सीएए का समर्थन करते हैं परंतु उसमें और भाईचारें की तरह मुसलमानों को भी शामिल किया जाना चाहिए। अकाली दल के फैसले पर प्रतिक्रिया करते हुए शिअद के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने कहा कि अब यह बहाने बनाए जा रहे हैं। जागो पार्टी के प्रधान मनजीत सिंह जी.के. ने कहा कि भाजपा ने अकाली दल को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, इससे बुरी हालत अकाली दल की हो नहीं सकती।