सिर्फ परीक्षा के अंक ज़िंदगी नहीं : मोदी

नई दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा/उपमा डागा पारथ) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को छात्रों के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा’ की और उनसे कहा कि परीक्षा में अच्छे अंक मिलना ही सब कुछ नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि घरों में एक कमरा तकनीकमुक्त हो और वहां कोई उपकरण (गैजट) नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह छात्रों के साथ वह बिना किसी ‘फिल्टर’ के खुलकर बातचीत करेंगे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते कहा कि वे उनके साथ खुल कर चर्चा करें। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रचलित ‘हैशटेग’ का जिक्र करते हुए कहा कि छात्रों और उनके बीच होने वाली चर्चा ‘हैशटेग विदाउट फिल्टर’ होगी। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। मोदी ने कहा कि नई प्रौद्योगिकी की जानकारी होनी चाहिए लेकिन इससे जीवन प्रभावित नहीं होना चाहिए। समय के सदुपयोग का भी जिक्र किया और एक सवाल के जवाब में कहा कि स्मार्ट फोन आपका जितना समय चोरी करता है, उसमें से 10 प्रतिशत कम करके आप अपने मां, बाप, दादा, दादी के साथ बिताएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को विफलता से नहीं डरना चाहिए और नाकामी को जीवन का हिस्सा मानना चाहिए। उन्होंने चंद्रयान मिशन की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कुछ सहयोगियों ने चंद्रयान मिशन की लैंडिंग के मौके पर नहीं जाने की सलाह दी थी, क्योंकि इस अभियान की सफलता की कोई गारंटी नहीं थी। परीक्षा में अंकों के महत्व से जुड़े एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि परीक्षा में अच्छे अंक मिलना ही सब कुछ नहीं है। छात्रों को इस सोच से बाहर निकलना चाहिये कि परीक्षा ही सब कुछ है। उन्होंने छात्रों से पढ़ाई से इतर खेल, कला और संगीत सहित अन्य गतिविधियों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की भी अपील की।