कमिश्नर पंजाब के साथ हुई बैठक में उठा चंडीगढ़ की बिक रही अवैध शराब का मामला- चंडीगढ़ की सस्ती शराब ने किया कारोबार का नुक्सान
जालन्धर, 21 जनवरी (शिव शर्मा): आबकारी व कर कमिश्नर पंजाब विवेक प्रताप सिंह की शराब कारोबारियों के साथ हुई बैठक में पंजाब में अवैध तौर पर बिक रही चंडीगढ़ की सस्ती शराब का मुद्दा उठा। कारोबारियों ने कमिश्नर के सामने अपना व्यथा सुनाते हुए कहा कि चंडीगढ़ से आती शराब ने उनके कारोबार को काफी नुकसान पहुंचाया है क्योंकि उक्त सस्ती शराब होने के कारण उनकी बिक्री पर इसका सीधा असर पड़ा है। जितनी देर तक इस अवैध बिक रही शराब की बिक्री पर कार्रवाई नहीं की जाती, उतनी देर तक कारोबारियों को इसका नुकसान होता रहेगा। आई.ए.एस.विवेक प्रताप सिंह ने आज शराब कारोबारियों के साथ वर्ष 2020-21 वर्ष की शराब नीति बारे चर्चा करने के लिए बैठक थी व जिसमें कारोबारियों के सुझाव व एतराज़ सुने। विवेक प्रताप सिंह ने कारोबारियों को आश्वासन दिया कि इस मामले में उनको सूचना दी जाए ताकि इस मामले में ज़रूरी कार्रवाई की जायेगी। इसलिए बाकायदा सख्ती की जायेगी। वर्णनीय है कि एक्साईज़ विभाग ने कुछ वर्षों से काफी मात्रा में चंडीगढ़ की अवैध बिकने के लिए आती शराब की खेप बरामद की है। कारोबारियों ने कमिश्नर से यह मांग उठाई कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में शराब के ग्रुप करीब 6.50 करोड़ के थे व यह ग्रुप बड़े होने चाहिए जिस करके आपस में होती प्रतियोगिता भी खत्म हो जायेगी। इसके साथ विभाग की वसूली पर किसी तरह का कोई असर नहीं होगा। वर्ष 2017-18 में बड़े शराब ग्रुप थे जिस करके कारोबारियों को बड़े ग्रुपों से काफी राहत मिली थी। इसके अतिरिक्त शराब कारोबारियों ने देसी शराब से अंग्रेज़ी शराब या फिर अंग्रेज़ी से देसी शराब में कोटा तबदील करने की मात्रा 10 प्रतिशत से बढ़ा कर 25 से 30 प्रतिशत तक करने की मांग की। कई कारोबारियों ने तो मौजूदा ग्रुपों का ही नवीनीकरण करने की मांग उठाई जबकि घाटे में रहने वाले कुछ कारोबारियों का कहना था कि नवीनीकरण नहीं होना चाहिए व लाईसैंसों की अदला बदली होती रहनी चाहिए है। विवेक प्रताप सिंह ने कारोबारियों को आश्वासन दिलाया कि इस बार की शराब नीति भी कारोबारियों के हितों को ध्यान में रख कर ही बनाई जायेगी। इस अवसर पर संयुक्त कमिश्नर पंजाब श्री एल.के. जैन, डीई.टी.सी. शालिन वालियों व अन्य सहायक आबकारी व कर कमिश्नर हाज़िर थे।