पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का बड़ा बयान, कहा- चर्चा, बहस और असहमति से पनपता है लोकतंत्र


 नई दिल्ली 23 जनवरी -भारत के चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए सुकुमार सेन व्याख्यान के पहले अंक में बोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र को बार-बार परखा गया है। उन्होंने कहा कि आम सहमति लोकतंत्र की जीवनदायिनी है। लोकतंत्र सुनने, विचार-विमर्श करने, चर्चा करने, बहस करने और यहां तक कि असहमति से पनपता है।