गेहूं का उत्पादन बढ़ने के आसार : अभी तेजी नहीं

नई दिल्ली, 24 जनवरी (एजेंसी): सरकार द्वारा किसानों को लाभ दिलवाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले दिनों 85 रुपए बढ़ा दिया गया था तथा यह बिजाई के ठीक समय में वृद्धि किये जाने से किसानों ने बिजाई अधिक की है, मौसम भी इसके अनुकूल रहा है। इसे देखते हुए गेहूं का उत्पादन जबरदस्त बढ़ने के आसार बन गये हैं। गेहूं का उत्पादन मुख्य रूप से यूपी, हरियाणा, पंजाब में होता है। इसके अलावा राजस्थान, बंगाल, एमपी, बिहार आदि राज्यों में भी क्षेत्रवार गेहूं की फसल आती है। इस बार अक्तूबर के महीने में सरकार द्वारा एमएसपी 85 रुपए गेहूं के बढ़ाकर वर्ष 2020-21 के लिए 1925 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया, जिससे किसानों ने बिजाई युद्धस्तर पर की। गेहूं की बिजाई नवम्बर-दिसम्बर में होती है तथा इसकी फसल को सर्दी अधिक चाहिए एवं इस बार कड़ाके की लम्बे समय तक सर्दी पड़ने के साथ-साथ बीच-बीच में बरसात भी मिली है। इन हालातों से गेहूं का उत्पादन इस बार 1050 लाख टन होने का अनुमान विशेषज्ञ बता रहे हैं। उत्पादन अधिक की संभावना से सरकार भी केन्द्रीय पूल में स्टॉक किये माल को धड़ल्ले से बेचने में लगी हुई है।