अमावस पर 274 श्रद्धालुओं ने किए करतारपुर साहिब के दर्शन

बटाला, 24 जनवरी (डा. काहलों) : आज अमावस के दिवस पर पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के चरण प्राप्त पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए 274 श्रद्धालु पाकिस्तान पहुंचे, जिन्होंने गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन दीदार किए और अमावस का दिवस मनाया। वापिस लौटने उपरांत श्रद्धालुओं ने बताया कि हम अपने आपको सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।  उन्होंने बताया कि सख्त कागजी कार्रवाई व आनलाइन रजिस्ट्रेशन का बढ़िया तरीका न होने कारण श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की आमद कम हो रही है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए कागजी कार्रवाई को सरल बनाया जाए। 
हजारों संगत ने सीमा पर खड़े होकर दूरबीन से किए दर्शन
चाहे आज अमावस के दिवस पर गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए 274 श्रद्धालु ही डेरा बाबा नानक सीमा पर पहुंचे, जबकि भारत-पाक सीमा पर खड़े होकर हजारों की संख्या में संगत ने दूरबीन से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन किए। मौसम साफ होने कारण आज अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर खड़े होकर गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन किए क्योंकि गुरुद्वारा साहिब बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा था। बठिंडा से आए श्रद्धालु मनजीत सिंह, कंवलजीत सिंह व हरिंदर सिंह ने बताया कि हमारे परिवार के कुछ सदस्य आए हुए थे, जो करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए गलियारा से पाकिस्तान गए हैं, हमारी भी रजिस्ट्रेशन हुई थी, परंतु इमीग्रेशन अधिकारियों द्वारा मामूली गलती का बहाना लगाकर उन्हें वापिस भेज दिया गया है, जिसके कारण वह अपने परिवारों के साथ गुरुद्वारा के दर्शन करने नहीं जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय अधिकारियों द्वारा बिना वजह संगत को परेशान किया जा रहा है जिस कारण संगत की संख्या कम हो गई है। उन्होंने दोनों देशों की सरकारों से अपील की कि पासपोर्ट की शर्त खत्म की जाए, ताकि बुजुर्ग भी अपने गुरुधाम के दर्शन कर सके।