कोरोना वायरस के कहर से चीन का विश्वभर में कारोबार रुका

लुधियाना, 28 जनवरी (पुनीत बावा): चीन में फैले कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में सनसनी फैला दी है। जहां चीन के निवासियों को विभिन्न देशों में दाखिल होने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है, वहीं चीन के उत्पादों का भी विश्व के लगभग सभी देशों में प्रवेश बंद हो गया है। चीन हर वर्ष जनवरी के दो महीने 12 लाख करोड़ रुपए का निर्यात करता है, जबकि चीन फरवरी माह में 9 लाख 10 हज़ार करोड़ रुपए का निर्यात करता है। चीन विश्वभर में 2400 बिलीयन अमरीकी डालर लगभग 168 लाख करोड़ के उत्पादक निर्यात करता है, चीन विश्वभर से हर वर्ष 1800 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 120 लाख करोड़) के उत्पाद मंगवाता है। भारत से चीन हर वर्ष 1 लाख 17 हज़ार करोड़ रुपए के उत्पाद मंगवाता है और चीन भारत को 4 लाख 92 हज़ार करोड़ रुपए के उत्पाद भेजता है। चीन का यदि दो माह के लिए कोरोना वायरस का प्रभाव रहता है, तो इस चीन का विश्व के साथ 19 लाख करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने की आशंका है। कोरोना वायरस के प्रभाव ने भारत के उद्योगपतियों व कारोबारियों के लिए विश्व भर में कारोबार करने के रास्ते खोल दिए हैं। चीन से भारत में हर वर्ष इलैक्ट्रीकल व मशीनरी 1 लाख 85 हज़ार करोड़ रुपए, धागा व कपड़े 16 हज़ार 500 करोड़, प्लास्टिक कलपुर्जे 15 हज़ार 250 करोड़, चमड़ा व चमड़े का सामान 5255 करोड़ रुपए, लोहा व स्टील 19 हज़ार 950 करोड़, खिलौने 3147 करोड़, आर्गेनिक कैमीकल 45 हज़ार 691 करोड़, कागज के उत्पाद 3934 करोड़, सैरामिक व ग्लास वेयर 5898 करोड़ रुपए, फर्नीचर 7737 करोड़ रुपए की आयात होती है जबकि भारत से चीन को 5100 करोड़ रुपए की मछली व समुद्री जीव, 1200 चाय, कॉफी व मसाले, 2500 करोड़ के जानवर व खाद्य तेल, सालट, सल्फर, प्लास्टिक उत्पाद, चूना व सीमैंट 4800 करोड़, माइनस 8600 करोड़, लुक व तेल 20 हज़ार करोड़, आर्गेनिक कैमीकल 22 हज़ार 760 करोड़ रुपए, चमड़ा, पैंट, डाई व कैमीकल 1700 करोड़, कपास 12 हज़ार 444 करोड़, प्लास्टिक का सामान 7 हज़ार 759 करोड़, पल्प व कागज़ बोर्ड 822 करोड़, जैमस व स्टोन 2200 करोड़, आयरन व स्टील 2230 करोड़, तांबे का सामान 1725 करोड़, न्यूक्लीयर, रिएक्टर का सामान 5800 करोड़, इलैक्ट्रीकल व मशीनरी 4100 करोड़ रुपए के निर्यात होते हैं। भारत का पूरे विश्व में निर्यात 23 लाख 77 हज़ार करोड़ रुपए है। भारत ने 2014-2015 में 18 लाख 96 हज़ार करोड़, 2015-2016 में 17 लाख 16 हज़ार करोड़, 2016-2017 में 18 लाख 49 हज़ार करोड़ रुपए, 2017-2018 में 19 लाख 56 हज़ार करोड़, 2018-2019 में 23 लाख 7 हज़ार करोड़ रुपए का निर्यात किया जबकि 2014-2015 में 27 लाख 37 हज़ार करोड़, 2015-2016 में 24 लाख 90 हज़ार करोड़, 2016-2017 में 25 लाख 77 हज़ार करोड़ रुपए, 2017-2018 में 30 लाख 1 हज़ार करोड़, 2018-2019 में 35 लाख 94 हज़ार करोड़ का आयात हुआ।
चीन से लौटे भारतीय नागरिक कोरोना वायरस शक के घेरे में
लुधियाना, 28 जनवरी (पुनीत बावा) : कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन से लौटे भारतीय नागरिकों की सरकार द्वारा डाक्टरी जांच करवाई जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जो भारतीय यात्री कारोबारी या अन्य काम के लिए गत दिनों चीन गये थे, वह कोरोना वायरस फैलने के बाद भारत लौटे थे। भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस फैलने के बाद भारत पहुंचे भारतीयों से एयरलाईन्ज़ से घर का पता पूछा जा रहा है। चीन से भारत पहुंचे यात्रियों का केन्द्र व राज्य सरकारों के स्वास्थ्य विभागों द्वारा डाक्टरी जांच करवाई जायेगी। यद्यपिचीन से आये भारतीयों का डाक्टरी जांच करवाने की पुष्टि आज से हर हवाई अड्डे पर डाक्टरी जांच कर दी है। पर गत दिनों से चीन से वापस आये यात्रियों, जिनमें अधिकतर कारोबारी, व्यापारी व एक्सपोर्टर हैं। संबंधित एयरलाईज़ के प्रबंधक चीन से आये लोगों के स्वास्थ्य का हाल पूछ रहे हैं। उन द्वारा भारतीय यात्रियों के घर का पता भी पूछा जा रहा है व उनको स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों पर अमल करने के लिए कहा जा रहा है। पंजाब स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार वह भी चीन से पंजाब लौटे लोगों की जानकारी एकत्र कर रहे हैं।