निजी दुश्मनी को लेकर तस्करों ने की हैप्पी पीएचडी की हत्या

अमृतसर, 28 जनवरी (सुरिंदर कोछड़) : पाकिस्तान के ज़िला लाहौर के सीमावर्ती गांव डेरा चाहल के गुरुद्वारा जन्मस्थान बेबे नानकी में पिछले कई वर्षों से रह रहे खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के खाड़कू हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी उर्फ पीएचडी की गत दिवस दोपहर लगभग 1.30 बजे अज्ञात मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि इस बारे अभी तक पाक द्वारा अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई। यह भी माना जा रहा है कि पाक इस बारे किसी प्रकार की कोई जानकारी भारत या पाक मीडिया के साथ साझी नहीं करेगा। इसके अलावा पाक सिख नेता भी इस बारे किसी प्रकार की जानकारी देने से अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं। यह भी पता चला है कि भारतीय पुलिस की सबसे अधिक वांछित सूची में शामिल और कई मामलों में वांछित हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी पीएचडी पिछले लम्बे समय से एक और खाड़कू सहित डेरा चाहल में रह रहा था परंतु कुछ माह पहले यह दोनों अचानक लाहौर की आबादी जोहर टाऊन में तबदील हो गए। 
इसके बाद लगभग दो सप्ताह पहले हैप्पी को अकेले पुन: डेरा चाहल में भेज दिया गया। माना जा रहा है कि उसे किसी योजना के तहत पाक खुफिया एजैंसी आईएसआई द्वारा डेरा चाहल स्थित गुरुद्वारा साहिब में रहने के लिए भेजा गया था। उसकी हत्या से दो दिन पहले उसे लाहौर डिफैंस अथारिटी के एक मॉल में खरीदारी करते हुए भी देखा गया। यह भी जानकारी मिली है कि हैप्पी ने पाक का फज़र्ी राष्ट्रीय पहचान पत्र भी जारी करवाया हुआ था जिसमें उसकी जन्मतिथि 18/12/ 1983 व नाम भूपिंदर सिंह पुत्र सनद सिंह निवासी मोहल्ला बाल लीला नज़दीक गुरुद्वारा पट्टी साहिब श्री ननकाना साहिब दर्ज है। 
वह इसी नाम पर अपना पाकिस्तानी पासपोर्ट भी बनवाने की तैयारी में था परंतु बाद में यह साफ हो गया कि जिस भूपिंदर सिंह के नाम का उसने फज़र्ी पहचान पत्र बनवाया है, उसकी कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी थी और संबंधित विभाग के पास इसकी  पहले से जानकारी थी। 
इधर पंजाब पुलिस के एक अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार हरमीत सिंह पीएचडी पर थाना मक्खू में एफआईआर 173/ 2008, ई-डिवीज़न (अमृतसर) 108/ 2013, पुराना शाला (गुरदासपुर) 83/ 2013, नवंशहर 28/2017, बाघा पुराना (मोगा) 193/ 2016, थाना रमदास 46/ 2017, बाजाखाना (फरीदकोट) 63/ 2017, थाना राजासांसी (अदलीवाल में निरंकारी भवन में हैंड ग्रेनेड से धमाका) 121/ 2018, थाना लाहौरी गेट (पटियाला) 132/ 2018, थाना तरसिक्का 75/ 2019 सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं। हैप्पी वर्ष 2008 में भारत से भागकर पाकिस्तान गया था। पहले उसने पेशावरी सिख की वेशभूषा बनाकर श्री ननकाना साहिब में रहना शुरू कर दिया और फिर आईएसआई द्वारा उसे नई पहचान देकर सीमावर्ती गांव डेरा चाहल के गुरुद्वारा जन्म अस्थान बेबे नानकी में भेज दिया गया। 
वह वहां से पंजाब, कश्मीर, हरियाणा व अन्य इलाकों में अपने कायम किए नैटवर्क के ज़रिये नशीले पदार्थ व हथियार भेज रहा था। पाकिस्तानी सूत्रों के अनुसार सीमा पार के तस्करों के साथ नशा सप्लाई को लेकर उसका पिछले कुछ महीनों से विवाद चल रहा था और गत दिवस जब वह गुरुद्वारा साहिब से बाहर निकला तो मौका देखकर तस्करों द्वारा गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। यह भी जानकारी मिली है कि उसे इटली से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भी फंड मिल रहे हैं।
पाक पुलिस भी कर रही जांच : सीमा पार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लाहौर पुलिस व खुफिया एजैंसियां कुछ पाक सिखों व नामी तस्करों से इस मामले में पूछताछ कर रही हैं। इस बारे कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के फोन पर ई-मेल भी खंगाले जा रहे हैं। यह भी पता चला है कि कुछ माह पहले भी हैप्पी पीएचडी पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें उसे गम्भीर चोटें भी लगी हैं।