क्या है परमाणु कण ?

हम जानते हैं कि प्रत्येक पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना है। इन कणों को परमाणु कहते हैं। परमाणु अत्यंत सूक्ष्म होते हैं, जिन्हें नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता। बीसवीं शताब्दी के शुरू में वैज्ञानिकों ने यह भी पता लगा लिया कि परमाणु और भी अत्यंत सूक्ष्म कणों से मिलकर बने हैं। ये अत्यंत सूक्ष्म कण हैं: इलेक्ट्रोन, प्रोटोन और न्यूट्रोन। इन कणों को हम मूल कणों के अतिरिक्त वैज्ञानिकों ने और भी बहुत से मूल कणों का पता लगा लिया है कौस्मिक किरणों के अध्ययन से पता चला है कि ब्रहा्रांड में बहुत से मूल कण हैं इनमें मीसोन, म्युओन, न्यूट्रिनों, पोजीट्रोन आदि भी मुख्य कण ही हैं। कुछ ही वर्ष पहले वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया है कि ये अत्यंत सूक्ष्म कण और भी बहुत ही सूक्ष्म कणों से मिलकर बने हैं। मूल कणों को बनाने वाले इन कणों को क्वार्क का नाम दिया गया है। अभी तक क्वार्क केवल काल्पनिक कण है। इन्हें प्रयोगशालाओं के परीक्षणों में नहीं देखा जा सका है। लेकिन कुछ वैज्ञानिक तथ्याें से यह निश्चित हो गया है कि क्वार्क नाम के कणों का अस्तित्व है और क्वार्कों के मिलने से ही दूसरे कण बनते हैं। फोटोन, इलेक्ट्रोन नाम के मूल कणों को छोड़कर शेष सभी मूल कण क्वार्कों से मिलकर बने हैं। क्वार्क मूल कणों का निर्माण करने वाले काल्पनिक कण हैं, जिन पर आंशिक आवेश होता है। इनके अस्तित्व के विषयों में सर्वप्रथम 1964 में अमेरिका के भौतिकशास्त्रियों, मुरे गेल-मान और जॉर्जे ज्वीग ने कल्पना की थी, उन्होंने कहा कि अधिकतर मूल कण क्वार्क के कणों से मिलकर बने हैं। वैज्ञानिकों की कल्पना के अनुसार क्वार्क चार प्रकार के होते हैं। प्रत्येक क्वार्क का एक एंटी क्वार्क है। सन 1974 तक केवल तीन प्रकार के क्वार्क ही ज्ञात थे, जिनमें से दो लगभग समान द्रव्यमान के थे, जो प्रोटोन, न्यूट्रान और पाई-मीसोन का निर्माण करते हैं। तीसरा क्वार्क भारी द्रव्यमान का था, जो के मीसोन और हाइपरौन जैसे मूल कणों को बनाता है। इन तीन क्वार्कों का नाम क्रमश: अपक्वार्क, डाउन क्वार्क और स्टेंऊज क्वार्क रखा गया। इन्हें अंग्रेजी वर्णमाला के यू, डी और एस अक्षरों से प्रदर्शित किया जाता है। सन 1974 में एक क्वार्क का नाम और पता लगाया गया, जिसे चार्म क्वार्क के नाम से पुकारा गया। इसे सी अक्षर से प्रदर्शित करते हैं। एंटी-क्वार्कों को इन अक्षरों के ऊपर एक छोटी सी रेखा खींचकर प्रदर्शित किया जाता था। विभिन्न क्वार्कों के मिलने से अलग-अलग मूल कण बनते हैं, जैसे यू. डी. डी. क्वार्कों से न्यूट्रान बनते हैं। प्रत्येक मीसोन एक क्वार्क और एंटी-क्वार्कों से न्यूट्रोन बनते हैं। प्रत्येक मीसोन एक क्वार्क और एंटी-क्वार्क से मिलकर बना है। वैज्ञानिक ऐसे प्रयोगों की खोज में हैं, जिनसे क्वार्कों की उपस्थिति को देखा जा सके।