कोटा कम आते ही चीनी अंतिम दिन उछली : गुड़ में नरमी

नई दिल्ली, 2 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह चीनी में कारोबारी सन्नाटा छाया रहा, जिसके चलते 50/60 रुपए क्विंटल तक चीनी मिलों में गिरकर पानी-पानी हो गयी, लेकिन अंतिम दिन सरकार द्वारा फरवरी माह का कोटा गत जनवरी की अपेक्षा दो लाख टन कम छोड़े जाने से अंतिम दिन चीनी 50/60 रुपए फिर उछल गयी तथा 50 रुपए फरवरी में खपत को देखते हुए और तेजी लग रही है, लेकिन पुरानी चीनी के स्टॉक को देखते हुए कोटे के नाम की तेजी टिकाऊ नहीं होगी।आलोच्य सप्ताह चीनी में रुपए की तंगी होने एवं वितरक मंडियों की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ी रही, जिसके चलते उक्त अवधि के अंतराल मिलों में 50/60 रुपए घटाकर डीओ बनाये गये तथा घटे भाव पर भी ग्राहकी कमजोर रही। चीनी उद्योग की दुर्दशा को देखते हुए फरवरी माह में शादियों के लिए खपत अधिक होने के बावजूद सरकार द्वारा चीनी का कोटा गत माह की अपेक्षा 2 लाख टन घटाकर 20 लाख टन छोड़ा गया। यही कारण है कि सप्ताहांत में 50/60 रुपए पुन: बढ़ाकर एक झटके में ही जो डीओ 3200/3240 रुपए यूपी की मिलों में बना था, उनके भाव 3250/3300 रुपए प्रति क्विंटल कर दिये। अधिकतर मिलों ने बढ़े भाव पर सेल बंद रखी क्योंकि अंदेशा है कि चीनी का कोटा कम आने एवं खपत बढ़ने से वितरक मंडियों से मांग निकलेगी। गत माह यह कोटा 22 लाख टन के करीब आया था, तथा गत वर्ष फरवरी का माह के लिए कोटा 21 लाख टन सरकार ने रिलीज़ किया था।