दिल्ली के नवनिर्वाचित विधायकों में से 43 के खिलाफ आपराधिक मामले

नई दिल्ली,12 फरवरी ( उपमा डागा पारथ/ वार्ता) : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में निर्वाचित 70 में से 43 विधायकों  के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज  हैं वहीं 2015 में निर्वाचित हुए 70 में से 24 विधायकों के विरुद्ध ऐसे प्रकरण पंजीकृत थे। इनमें से 37 विधायकों के खिलाफ  गंभीर आपराधिक मामले हैं जिनमें दुष्कर्म, हत्या का प्रयास, महिलाओं पर अत्याचार आदि मामले हैं। नामांकन पत्र दाखिल करते समय प्रत्याशियों के चुनाव आयोग के समक्ष पेश किये गये हलफनामे के आधार पर  दिल्ली इलेक्शन वाच और  एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने विश्लेषण करके यह जानकारी दी। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के 62 में से 38 (61 प्रतिशत) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आठ में से पांच विधायकों ने हलफनामे में अपने विरुद्ध गंभीर मामलों की जानकारी दी है। नवनिर्वाचित 70 में से 52 विधायक करोड़पति हैं जबकि 2015 में इनकी संख्या 70 में से 44 थी। आप के 62 में से 45 और भाजपा के आठ में से सात विधायक करोड़पति हैं यानी इनकी घोषित संपत्ति  एक करोड़ रुपए से अधिक है। आप के 62 विधायकों की औसतन संपत्ति 14़ 96 करोड़ रुपए हैं और भाजपा के  आठ विधायकों की औसतन संपत्ति 9़ 10 करोड़ रुपए हैं। सबसे अधिक संपत्ति वाले तीनों विधायक आप के ही हैं और इनमें धर्मपाल लाकड़ा, विधायक मुंडका कुल संपत्ति 292 करोड़ रुपए, श्रीमती प्रमिला टोकस, विधायक आर के पुरम कुल संपत्ति 80 करोड़ रुपए और  राजकुमार, विधायक पटेल नगर कुल संपत्ति 78 करोड़ रुपए है। सबसे कम संपत्ति वाले तीनों विधायक भी आप के ही हैं और इनमें राखी बिड़ला, विधायक मंगोलपुरी कुल संपत्ति 76 हज़ार रुपए, संजीव झा, विधायक बुराड़ी कुल संपत्ति 10 लाख रुपए और सोमदत्त, विधायक सदर बाज़ार कुल संपत्ति 11 लाख रुपए हैं। अधिकतम देनदारी वाले विधायकों की संख्या 19 है और इन्होंने अपनी देनदारी 50 लाख रुपए से अधिक घोषित की है। इस बार के  23 विधायकों की शैक्षिक योग्यता कक्षा पांच से कक्षा आठ के बीच है जबकि 42 विधायकों की योग्यता स्नातक और इससे अधिक है तथा पांच विधायकों की शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारी की है। इस बार निर्वाचित विधायकों में से 39 की आयु 25 से 50 वर्ष के बीच है और 31 विधायकों की घोषित आयु 51 से 80 वर्ष के बीच है। इस बार दिल्ली विधानसभा में 70 में से आठ महिला विधायक हैं। नवनिर्वाचित विधायकों में 45 विधायक दोबारा निर्वाचित हुए हैं।