शिअद द्वारा विधानसभा के आगे ‘बल्बों’ के हार पहनकर प्रदर्शन

चंडीगढ़, 20 फरवरी (विक्रमजीत सिंह मान): पंजाब विधानसभा के शुरू होने जा रहे बजट सत्र से पहले अकाली दल के विधायकों ने गले में बिजली के बल्बों के हार पहन कर प्रदर्शन किया। विपक्ष द्वारा सरकार को बिजली के मुद्दे पर घेरने की पहले से भी उम्मीद थी। अकाली दल के विधायक स. बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की अगुवाई में पंजाब विधानसभा के बाहर इजलास शुरू होने से पहले पहुंच कर अकाली-भाजपा विधायकों ने सरकार द्वारा राज्य के लोगों को दी जा रही मंहगी बिजली के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। अकाली विधायक सरकार पर बिजली के 4300 करोड़ के घोटाले के आरोप लगा रहे हैं। इन विधायकों ने हाथ में सरकार विरोधी तख्तियां पकड़ी हुईं थीं। अकाली दल के विधायक पंजाब सरकार के साथ-साथ आम आदमी पार्टी को भी बिजली मामले पर कांग्रेस का सहयोग करने के आरोप लगा रहे थे। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए मांग की कि सरकार 4300 करोड़ के कथित घपले का जबाव दे व लोगों को महंगी बिजली से निजात दिलाने के लिए तुरंत बिजली के रेट प्रति यूनिट 5 रुपए कर दे। मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक दल के नेता स. शरनजीत सिंह ढिल्लों व स. मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार को बिजली दरों में की गई बढ़ौतरी वापिस लेनी चाहिए व पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में किए वायदे अनुसार घरेलू व औद्योगिक उपभोक्ताओं को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देनी चाहिए। अकाली नेताओं ने मुख्यमंत्री द्वारा व्हाईट पेपर लाने की घोषणा को सिरे से नकार दिया और कहा कि लोगों की व्हाईट पेपर में कोई दिलचस्पी नहीं है, वह पांच रुपए प्रति यूनिट बिजली चाहते हैं। स. मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार गत तीन वर्षों में 15 बार बिजली की दरें बढ़ा चुकी है, जिससे अकाली-भाजपा शासन के दौरान 5.25 रुपए प्रति यूनिट दी जाती बिजली 9 रुपए प्रति यूनिट तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब में बिजली सैक्टर पर सबसे भारी टैक्स लगाया गया है। अकाली नेता ने 4300 रुपए के बिजली घोटाले की भी स्वतंत्र जांच करवाने की मांग भी की। अकाली नेताओं ने कहा कि प्राईवेट थर्मल प्लांटों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार जानबूझ कर सुप्रीम कोर्ट में व एक पंचायती ट्रिब्यूनल के आगे अपना केस हार गई थी। उन्होंने मांग की है कि बिजली मंत्री, जिसके शासनकाल दौरानयह घोटाला हुआ है तुरंत बर्खास्त किया जाए व इस घोटाले के लिए जिम्मेवार सभी व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। स. मजीठिया ने कहा कि बिजली दरों में बार-बार की बढ़ौतरी ने आम आदमी के साथ-साथ अनुसूचित जातियों व पिछड़े वर्गों सहित समाज के गरीब वर्ग पर सबसे अधिक बोझ डाला है। उन्होंने बताया कि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान एस.सी व बी.सी. भाईचारे को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाती थी जबकि मौजूदा सरकार ने मुफ्त बिजली की सुविधा छीन ली गई है, जबकि एस.सी. भाईचारे को दी जाती सुविधा को भी फिजूल बना दिया है। इस अवसर पर स. मजीठिया ने कहा कि आज मुख्यमंत्री के शहर से कई ऐसे लोग यहां पहुंचे हुए थे जो गरीब परिवारों के साथ संबंध रखते हैं पर बिजली के बिल हद से अधिक आए हुए हैं, पर मुख्यमंत्री द्वारा इन को मिलने का भी समय दिया गया। प्रदर्शन दौरान अन्यों के अतिरिक्त अकाली विधायक एन.के. शर्मा, स. हरिंदरपाल चंदूमाजरा, स. लखबीर सिंह लोधी नंगल, स. मनप्रीत सिंह इयाली, स. गुरप्रताप सिंह अजनाला, स. सरबजोत सिंह साबी, कंवरजीत सिंह रोज़ी बरकंदी हाज़िर थे।