पीजीआई के इतिहास का सबसे छोटा बच्चा बना अंगदानी

चंडीगढ़, 20 फरवरी (पठानिया) : 3 दिनों से भी कम उम्र का बच्चा पीजीआई के इतिहास का सबसे कम उम्र का अंगदानी बन गया है। पीजीआई मुताबिक शाईद, यह फरिश्ता, भारत का सबसे छोटा अंगदानी हो सकता है जबकि इससे पहले पीजीआई में 11 महीने के बच्चे के अंग दान किए जा चुके हैं। बच्चे के परिवार द्वारा अंगदान का फैसला लेने के साथ गुर्दों की बीमारी से पीड़ित गंभीर हालत वाले एक मरीज को नई जिंदगी मिल सकी है। पटियाला ज़िले से संबंधित परिवार अपने नवजन्में पुत्र को इलाज के लिए बीते कल पीजीआई लेकर आया था। पीजीआई अनुसार बच्चे के जन्म से ही उसका दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं था। डॉक्टरों ने बच्चे को बचाने की बहुत कोशिश की पर हालत में कोई सुधार ना हुआ और डॉक्टरों द्वारा बच्चे को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद बच्चे के परिजन पीजीआई के अंगदान विभाग के कोऑर्डिनेटर तक स्वयं ही पहुंच गए और अपने बच्चे के अंग दान करने की इच्छा जताई ताकि और कीमती जानें बचाई जा सके। परिवार द्वारा अपने बच्चे के अंगदान करने के लिए इस फैसले के बाद डॉक्टरों ने बच्चे के गुर्दे सुरक्षित निकाल लिए और गंभीर हालत में एक मरीज को ट्रांसप्लांट कर दिए। इस तरह नवजन्मे बच्चे के परिवार द्वारा लिए अंगदान के फैसले से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज की जिंदगी बच सकी। बच्चे के परिजनों ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके नवजन्मे पुत्र की मौत व्यर्थ जाए।