कनाडा में बेरोज़गारी व भुखमरी को लेकर लोगों में सरकार के प्रति रोष

एडमिंटन, 21 फरवरी (दर्शन सिंह जटाणा): अलबर्टा राज्य में लोगों द्वारा सरकार के प्रति किए जाते रोष को लेकर मौजूदा सरकार को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और पूरे कनाडा में बेरोज़गारी व भुखमरी के कारण लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है। कनाडा की एक एजैंसी द्वारा पौने तीन लाख बालिगों पर करवाए अध्ययन के अनुसार इस देश में मानसिक परेशानी व कैंसर जैसी घातक बीमारियों के बिना होने वाली मौतों में भुखमरी से मरने वालों की संख्या में भारी वृद्धि पाई गई है जोकि कनाडा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। अध्ययन में पता चला है कि अमीर देशों में जिन लोगों को पेट भर रोज़ खाना नहीं मिलता उन लोगों के मरने की सम्भावना बढ़ जाती है। कनाडा के एक मैडीकल मैगज़ीन में यह सामने आया है कि कनाडा जैसे अमीर देशों में छूत के रोग अनजाने में लगी चोट व आत्महत्या की बजाय ज़रूरत के अनुसार पूरा भोजन न मिलने के कारण मौतों की सम्भावना दुगनी है। प्रसिद्ध लेखक व यूनिवर्सिटी आफ टोरांटो के फेई मेन कहते हैं कि ऐसे हालात आमतौर पर तीसरी दुनिया के देशों में पाए जाते हैं। फेई मेन के अनुसार कनाडा में भोजन के प्रति असुरक्षित लोग इनफैक्शन व नशीली दवाइयों की समस्याओं का सामना ठीक वैसे ही कर रहे हैं जैसेकि हम विकासशील देशों के लोगों में इसकी उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा जैसे देश में 41 लाख से अधिक लोग पर्याप्त भोजन के लिए संघर्ष करते हैं और अधिकतर लोग इस समय ही भोजन खाकर गुजारा करते हैं। अध्ययन से पता चलता है कि पौने पांच लाख बालिगाें में से 25500 से अधिक लोग 80 साल की औसत आयु से पहले मौत का शिकार हो रहे हैं और यदि दुनिया की बात की जाए तो पूरे विश्व में 2 करोड़ से अधिक लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक पूरी दुनिया में 2 अरब लोगों के पास पर्याप्त भोजन नहीं है।