आवक की अधिकता से  लालमिर्च में और मंदी की आशंका

नई दिल्ली, 21 फरवरी (एजेंसी): लालमिर्च की आवक में पिछले दिनों आई अस्थाई कमी के बाद आवक एक बार फिर बढ़ गई है।  गुंटूर में लालमिर्च की आवक बढ़ती हुई एक बार फिर से एक लाख बोरियों के स्तर पर पहुंच गई। आवक बढ़ने तथा लिवाली कमजोर पड़ने से वहां मंदी भी आई। आगामी दिनों में लालमिर्च में और मंदी की आशंका भी गहराती नजर आ रही है।लालमिर्च की आवक में अस्थाई तौर पर पिछले दिनों आई कमी के बाद तेजी आने के कारण किसानों ने एक बार फिर से अपनी इस फसल की बिक्री बढ़ा दी है। इसके फलस्वरूप गुंटूर मंडी में लालमिर्च की करीब एक लाख बोरियों की आवक होने की सूचना मिली। आवक बढ़ने के कारण गुंटूर मंडी में लालमिर्च मंदी हुई है। इन पंक्तियों के लिखे जाने के समय गुंटूर मंडी में तेजा लालमिर्च 1500 रुपए गिरकर 12/13 हजार रुपए प्रति क्विंटल रह गई। इसकी सहानुभूति में 334 नंबर लालमिर्च भी 10,800/11,500 रुपए पर 1200/1500 रुपए टूट गई। 341 नंबर लालमिर्च 13,000/14,500 रुपए पर इतनी ही घटी। वारंगल मंडी में आवक बढ़कर करीब 12-13 हजार बोरियों की होने तथा देवनूर लालमिर्च 12/13 हजार रुपए पर 1800 रुपए लुढ़कने की रिपोर्ट मिली। तेजा भी 12,200/13,500 रुपएा पर 1500 रुपए टूट गई। दूसरी ओर, पाईप लाईन खाली होने के कारण स्टॉकिस्टों को यह संदेश चला गया है कि लालमिर्च में लंबी मंइी की आशंका नहीं है। राजधानी स्थित थोक किराना बाजार में 334 नंबर लालमिर्च हाल ही में 1500 रुपए मंदी होकर फिलहाल 13,500/ 14,000 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई है।