त्यौहारी मांग के बावजूद भी खाद्य तेल व वनस्पति घी ठंडे

नई दिल्ली, 23 फरवरी (एजेंसी): खाद्य तेलों व वनस्पति घी में गत सप्ताह होली की मांग निकलने लगी, लेकिन उत्पादक व वितरक मंडियों में स्टॉक अधिक होने से पूरे सप्ताह बाजार ठंडे पड़े रहे। सरसों की आवक बढ़ने लगी है तथा उत्पादक मंडियों में खड़ी फसल को देखते हुए भविष्य में तेजी की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई दे रही है।आलोच्य सप्ताह यूपी, बिहार, बंगाल, झारखंड की खाद्य तेलों व वनस्पति घी में चालानी मांग निकलने लगी, लेकिन उत्पादक व वितरक मंडियों में स्टॉक अधिक होने से तेजी नहीं आ सकी। उधर राजस्थान के निवाई, टोंक, कोटा, जयपुर, पाली आदि उत्पादक मंडियों में सरसों की आवक 11-12 हजार बोरी दैनिक होने लगी। वहां सरसों 4200/4225 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में जयपुर पहुंच में बिकने की खबर थी। ़गौरतलब है कि ऊपर के भाव से पिछले दो माह के अंतराल 600 रुपए की गिरावट आने के बाद कोई भी मिलर्स व स्टॉकिस्ट सरसों की खरीद नहीं कर रहा है। दूसरी ओर सरसों की फसल यूपी, हरियाणा, राजस्थान, एमपी, यूपी, बिहार आदि सभी राज्यों में 100 प्रतिशत आई है तथा यील्ड भी बहुत अधिक बैठ रही है। यही कारण है कि अभी बाजार और घट सकता है तथा सोयाबीन का स्टॉक कम होने के बावजूद सरसों के उत्पादन को देखकर तेल की बिकवाली बनी हुई है।