डी.जी.पी. व आशु के मुद्दे पर अकाली दल व ‘आप’ विधायकों द्वारा विधानसभा के बाहर प्रदर्शन


चंडीगढ़, 24 फरवरी (विक्रमजीत सिंह मान): आज विधानसभा इजलास के दौरान जहां सदन में अकाली-भाजपा व ‘आप’ पार्टी के विधायकों द्वारा पुलिस प्रमुख दिनकर गुप्ता व कैबिनेट मंत्री आशु को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भारी हंगामा किया, वहीं दोनों पार्टियों के विधायकों ने अलग तौर पर इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन भी किया। इस मांग को लेकर दोनों पार्टी के विधायकों ने विधानसभा के समक्ष धरना दिया। शिरोमणि अकाली दल के विधायक दल ने आज कहा कि राज्य के डी.जी.पी. द्वारा सिखों की भावनाओं को चोट पहुंचाने संबंधी सत्तधारी पार्टी द्वारा विधानसभा में बयान देने से इन्कार करने से कांग्रेस पार्टी व गांधी परिवार का सिख विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। इस मुद्दे पर विधानसभा के अंदर व बाहर रोष प्रदर्शन करने के अलावा आतंकवादियों को पनाह देने की बात स्वीकार करने हेतु कैबिनेट मंत्री भारत भुषण की बर्खास्तगी की मांग करते हुए अकाली दल ने कहा कि अब स्पष्ट हो गया कि करतारपुर गलियारे को बंद करवाने हेतु रची इस साज़िश के पीछे गांधी परिवार का हाथ है। विधायक दल के नेता शरनजीत सिंह ढिल्लों व बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने साबित कर दिया है कि वह इंदिरा गांधी के नक्शे-कदमों पर चल रही है और सोनिया गांधी व राहुल गांधी सिखों के प्रति नफरत की भावना रखते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू ने करतारपुर साहिब को भारत का हिस्सा बनाने से इन्कार कर दिया था और बाद में उनकी बेटी इंदिरा गांधी ने श्री करतारपुर साहिब जाने हेतु गलियारा बनाने के लिए सिखों द्वारा बार-बार की गई विनतियों को अनसुना कर दिया था। अकाली नेताओं ने कहा कि विधानसभा के इतिहास में यह एक काला दिन था और वह सदन जिसने करतारपुर गलियारा खोले जाने का जश्न मनाया था, इस ज्वलंत मुद्दे पर बयान जारी करने से इन्कार करके अब कांग्रेस पार्टी को इस गलियारा को बंद करवाने की घटिया कोशिशें करने वाली पार्टी बनते देख रहा था। अकाली नेताओं ने कहा कि निंदनीय बात है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज विधानसभा के इजलास में ही भाग न लेकर एक नया रिकार्ड बना दिया।
अकाली दल ने मंत्री आशु को तुरन्त बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि मंत्री ने लुधियाना में हुए एक बम विस्फोट, एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या, तीन महिलाओं की हत्या में अपनी शमूलियत व आतंकवादियों को पनाह देने के बारे इकबालिया बयान दिया था और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए कि एक ऐसे व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री क्यों बनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि अकाली दल लोगों में जाएगा और इस मामले में आशु की बर्खास्तगी के अलावा उसके विरुद्ध उचित कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस सरकार को मजबूर करेगा। इसके साथ ही अकाली नेता स. शरनजीत सिंह ढिल्लों व पवन कुमार टीनू ने सरकारी चीनी मिल भोगपुर पर किसानों के गन्ने की अदायगी के मुद्दे को लेकर भी प्रदर्शन किया गया।
इससे पूर्व ‘आप’ विधायकों ने विधानसभा के मुख्य दरवाज़े के समक्ष धरने पर बैठ कर भारत भूषण आशु व डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता की बर्खास्तगी की मांग की। प्रदर्शन के दौरान अन्यों के अलावा कुलतार सिंह संधवा, बुध राम, प्रो. बलजिंदर कौर, अमन अरोड़ा, सर्बजीत कौर माणूके, मीत हेयर, रुपिंद्र कौर रूबी, बलदेव सिंह, मनजीत सिंह बिलासपुर व कुलवंत सिंह पंडोरी शामिल थे। इस दौरान बैंस भाईयों ने भी इस मुद्दे को लेकर सदन की कार्रवाई शुरू करने से पहले विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया।