फास्टैग के साथ चौलांग टोल प्लाज़ा से अलग वसूल की टोल फीस 

जालन्धर, 26 फरवरी (शिव शर्मा) : फास्टैग के लागू होने से चाहे अब लोगों का समय टोल प्लाज़ा पर खड़े होने का बचने लग पड़ा है पर इसके साथ ही कई बार तो लोगों को टोल प्लाज़ा पर दुगनी राशि की अदायगी करनी पड़ती है। तलवाड़ा से डा. चेतन मेहरा द्वारा वहां से गुजरने पर उनकी फास्टैग द्वारा टोल की अदायगी होने के बावजूद अलग टोल वसूल किया गया। डा. चेतन मेहता ने बताया कि जब वह टोल से निकलने लगे तो उनको चौलांग टोल पर रोक लिया गया कि वह टोल की फीस दें। कार मालिक डा. मेहरा का कहना था कि उनके फास्टैग पर लगा है और वह राशि काटी गई होगी पर टोल के करिंदों द्वारा न मानने पर उन्होंने चौलांग टोल पर 85 रुपये नकद टोल फीस जमा करवाई। उन्होंने बताया कि जब वह टोल से थोड़ी दूर ही गए थे तो उनको 6:21 मिनट पर मोबाइल पर फास्टैग बारे संदेश आ गया कि उनके खाते में टोल का 85 रुपये काटा गया है जबकि उन्होंने टोल पर नकद 85 रुपये फीस 6:19 मिनट पर जमा करवाई है। बाद में उन्होंने टोल अधिकारियों के ध्यान में मामला लाया पर इस बारे कोई जवाब नहीं दिया गया। उधर कई लोगों को इस बारे आशंका है कि मामला 85 रुपये का नहीं है बल्कि कई टोलों से रोज़ाना कितने लोग निकलते हैं। इससे यह संकेत भी मिलते हैं कि फास्टैग टोल वालों का आपसी आनलाइन तालमेल नहीं है या फिर अपडेट नहीं है।  यदि फास्टैग के काटने की सूचना टोल को समय पर नहीं मिली तो लोगों का इसमें क्या कसूर है। इस तरह और भी लोगों के पैसे काटे जाते होंगे और जब लोग टोल से कई किलोमीटर दूर निकल जाते हैं तो वापिस कोई भी अपनी टोल फीस के लिए नहीं आना चाहेगा। लोगों का कहना है कि राष्ट्रीय हाइवेट अथारिटी को इस मामले की जांच करवानी चाहिए कि कई लोगों से दो-दो बार टोल फीस की वसूली क्यों की जा रही है। इससे कई लोगों को दोहरी टोल फीस जमा करवाने से चूना लग रहा है।