कोरोना वायरस दवाइयों की जमाखोरी व कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए निर्देश जारी

लुधियाना, 7 मार्च (सलेमपुरी) : विश्व के अन्य देशों की तरह नमुराद बीमारी कोरोना वायरस भारत में भी फैलता जा रहा है। जिसको मद्देनज़र रखते हुए भारत सरकार ने देश के सभी राज्यों की सरकारों को जहां हर समय चौकस रहने के लिए निर्देश जारी किए हैं, वहीं इसके साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए ज़रूरी डाक्टरी सामग्री पर नज़र रखने के लिए कहा है। पंजाब सरकार द्वारा इस बीमारी को देखते हुए दवाइयों वाली दुकानों पर अचानक निरीक्षण के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पंजाब सरकार के फूड एंड ड्रग्ज़ एडमिनिस्टेशन  द्वारा राज्य के सभी ज़िलों के ज़ोनल  लाइंसैंसिंग अथारिटी  स्टेट आफ पंजाब और समूह डग्ज़ कंट्रोल अधिकारी पंजाब को जारी किए गए पत्र के अनुसार निर्देश जारी किए गए हैं कि वह इस बीमारी से संबंधित ज़रूरतमंद दवाइयों व अन्य डाक्टरी सामग्री की संभावी कमी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास जुटाए। पत्र के अनुसार ड्रग्ज़ विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह दवाइयों की पूर्ति बरकरार रखने के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन से लगातार संपर्क बनाकर रखे और इसके साथ ही दवाइयों सहित अन्य ज़रूरतमंद सामग्री की जमाखोरी को रोकने और कीमतों में अधिक वृद्धि पर कंट्रोल रखने के लिए अचानक दवाइयों वाली दुकानों का निरीक्षण जारी रखे।
दवाइयों की कीमतों में वृद्धि
कोरोना वायरस के मद्देनज़र कैमिस्टों द्वारा दवाइयों की कीमतों में अधिक वृद्धि किए जाने बारे समाचार प्राप्त हो रहे हैं। लुधियाना कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष और प्रादेशिक नेता लवली डावर ने बताया कि इस समय मास्क, गलब्ज़ थर्मामीटज़र् और पैरासिटामोल की दवाई में कमी आनी शुरू हो गई है, जिस कारण जो मास्क 95 के नाम से जाना जाता है उसकी कीमत 200 रुपए हो गई है, जबकि इसकी कीमत पहले 100 रुपए थी। इस तरह साधारण मास्क जिसकी कीमत 1 से 2 रुपए थी वह 18 रुपए तक पहुंच गया है। थर्मामीटर जो 50 रुपए में उपलब्ध था वह 100 रुपए तक पहुंच गई है। सैनीटाइज़र जो 25 रुपए में उपलब्ध था वह अब 40 रुपए में मिल रहा है। 100 रुपए में मिलने वाले दस्ताने 150 रुपए में मिल रहे हैं।