पंजाब में तीसरा राजनीतिक विकल्प तैयार करेंगे : ढींडसा

जालन्धर, 9 मार्च (मेजर सिंह): वरिष्ठ अकाली नेता व राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने पंजाब में तीसरा राजनीतिक विकल्प तैयार करने के लिए बात करते हुए कहा कि हमारा पहला कार्य धार्मिक क्षेत्र में बादल परिवार का साम्राज्य खत्म कर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को अच्छे हाथों में लाना है और इसके बाद अकाली दल को पुरातन पटरियों पर पुन: स्थापित करने व पंथक जज़्बा उभारकर तीसरे राजनीतिक विकल्प के रूप में उभारने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ महीनों के सफर दौरान ही अनेकों अकाली नेताओं, पूर्व विधायकों व पूर्व सांसदों ने उनकी सोच के साथ चलने का प्रण लिया है और हमारा काफिला लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां राजनीतिक फ्रंट बनाने के लिए अकाली दल (टकसाली) व 1920 के नेता भी उनके साथ हैं, वहीं शिरोमणि कमेटी चुनाव लड़ने के लिए पूर्व जत्थेदार भाई रणजीत सिंह व भाई बलवंत सिंह नंदगढ़ जैसी धार्मिक शख्सियतें भी उनके साथ हैं। सुखदेव सिंह ढींडसा जहां 1945 से 1947 तक अकाली दल के अध्यक्ष रहे शहीद बाबू लाभ सिंह की याद में करवाए समागम में शिरकत करने पहुंचे थे। शहीद बाबू लाभ सिंह को श्रद्धांजलि भेंट करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अकाली दल ने ऐसे कुर्बानी करने वाले नेताओं को भुला दिया है। इनकी यादगार बननी चाहिए और उनकी याद में हर वर्ष समागम करवाया जाना चाहिए। ढींडसा ने कहा कि वह हर ज़िले में जाकर अकाली नेताओं, कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और उन्हें भारी समर्थन मिल रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनावों में अभी दो वर्ष का समय बाकी है। उससे पहले नया फ्रंट अस्तित्व में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व अकाली दल (ब) को छोड़कर और किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने का रास्ता खुला है।  उन्होंने कहा कि इस समय भाजपा के साथ न उनकी कोई बातचीत चल रही है और न ही कोई समझौता किया है। इस  समागम का प्रबंध गुरचरन सिंह चन्नी, प्रिंसीपल इंद्रजीत सिंह व महिंद्रपाल सिंह बिनाका द्वारा किया गया। इस अवसर पर अकाली दल (टकसाली) के नेता सेवा सिंह सेखवां, हरविंदर सिंह खालसा, मनजीत सिंह भोमा, सरबजीत सिंह जम्मू, परमजीत सिंह खालसा, जत्थेदार जगदेव सिंह तलवंडी की पुत्री हरजीत कौर, सिमरनजीत कौर दल (1920) के जत्थेदार भरपूर सिंह व तेजिंदर सिंह सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।