ट्रांसपोर्ट, शराब व रेत माफिया पर काबू पाकर भरेगा राज्य का खजाना : चीमा

संगरूर, 12 मार्च (सत्यम्): आप पार्टी के सीनियर नेता व पंजाब विधान सभा में विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा है कि पंजाब में रोज़गार, स्वास्थय सुविधाएं तथा शिक्षा के मुद्दों का समाधान हो सकता है अगर सरकार सख्त फैसले लेने की हिम्मत करे। आज यहां ‘अजीत समाचार’ से बातचीत करते उन्होनें कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार ऐसे सख्त फैसले लेने से झिजक रही है जिस कारण यह मुद्दे एक गंभीर समस्या बनते जा रहे हैं। लाठीचार्ज से या संघर्ष पर सख्ती करने से इन मामलों का समाधान नहीं हो सकता।  चीमा ने कहा कि ट्रांसपोर्ट माफिया, शराब माफिया तथा रेत माफिया आदि पर सख्ती की जाए तो इससे पंजाब के खजाने को 50 हजार करोड़ रूपए का लाभ हो सकता है। ऐसी स्थिति में सभी बेरोज़गारों को रोज़गार देना कोई कठिन बात नहीं होगी। उन्होनें कहा कि एक ओर सरकारी बस सेवा का बुरा हाल हो रहा है तथा दूसरी ओर एक बड़े घराने की ट्रांसपोर्ट दिन प्रति दिन विकसित होती जा रही है। जब इस बार कैप्टन सरकार आई तो शुरू में ट्रांसपोर्ट माफिया डर गया था, परिणाम स्वरूप पी.आर.टी.सी. की आमदन एकदम बढ़ गई थी परंतु बाद में जो हुआ सब सबके सामने है। इसी तरह शराब माफिया कारण पंजाब के खजाने को चूना लग रहा है। तामिलनाडु तथा पंजाब में शराब की खप्त एक जैसी है परंतु शराब से तामिलनाडू को पंजाब से 3 गुणा अधिम मालीया हासिल हो रहा है क्योंकि वहां एक बोतल भी 2 नंबर में नहीं बेची जाती। चीमा ने कहा कि पंजाब में अधिकारियों का सियासीकरण किया जा रहा है। थाना प्रमुख लगाने के लिए भी सियासी प्रभाव की जरूरत पड़ रही है। ऐसी स्थिति में लोगों को इंसाफ कैसे मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि इसलिए सरकारी अधिकारियों खास कर पुलिस को सियासीकरण से दूर रखने की जरूरत है ताकि आम लोगों की सही सुनवाई हो सके।