मध्य प्रदेश विधानसभा में विधायकों के साथ पहुंचे सीएम कमलनाथ


 नई दिल्ली,16 मार्च - मध्य प्रदेश विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह, राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा के चर्चा के बाद विधानसभा पहुंचे। इसके करीब आधे घंटे बाद राज्यपाल लालजी टंडन विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्होंने अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ा। राज्यपाल ने इतना ही कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों का निर्वहन करें। इसके बाद टंडन सदन से चले गए। वहीं, कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि मौजूदा स्थिति में फ्लोर टेस्ट कराना संभव नहीं है। अभी सदन में बहुमत परीक्षण कराना अलोकतांत्रिक है।

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा 26 मार्च तक स्थगित

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी गई है। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा, “प्रदेश कि जो स्थिति है उसमें जिसका अपना जो दायित्व है उसका शांतिपूर्ण, निष्ठापूर्वक और संविधान के द्वारा निर्देशित परंपराओं, नियमों के अनुसार पालन करें। ताकि मध्य प्रदेश का गौरव और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा हो सके।”

राज्यपाल में एक मिनट में खत्म किया अभिभाषण
विधानसभा में राज्यपाल लालजी टंडन के भाषण की शुरुआत में ही टोका-टाकी शुरू हो गई थी। बीजेपी की तरफ से नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल से कहा कि जो सरकार अल्पमत में है, क्या राज्यपाल उसी सरकार की तारीफ की कसीदे पढ़ने आए हैं? इसके बावजूद लालजी टंडन बोलते रहे। फिर राज्यपाल ने एक मिनटे से भी कम में अपने भाषण को खत्म कर दिया। उन्होंने अंत में यह कहा कि विधायक मध्य प्रदेश के गौरव की रक्षा करें और संविधान के नियमों का पालन करें।