त्वचा को बचाएं खुले रोम-छिद्रों से

चेहरे की त्वचा पर फैले हुए सूई के जैसे छेद खुले रोमछिद्र कहलाते हैं। ये चेहरे की सुंदरता तो बिगाड़ते ही हैं, इनके खुले होने के कारण इनमें हर समय धूल, मिट्टी और दूसरी गंदगी जाती रहती है, जिससे ब्लैक हैड्स और मुंहासे होते हैं। 
कारण : खुले रोमछिद्रों की समस्या कम उम्र में भी होती है। वैसे बढ़ती उम्र में भी चेहरे के रोमछिद्र ज्यादा खुल जाते हैं क्योंकि त्वचा के तंतु ढीले हो जाते हैं। कम उम्र में त्वचा में ऑयल ग्लैंड्स ज्यादा एक्टिव होते हैं जिसके कारण त्वचा पर बार बार तेल आ जाता है। 
घरेलू उपाय : तेज मिर्च-मसालेदार आहार न लें। दिन में कम से कम 2-3 बार ऐसे फेसवॉश से चेहरा धोएं, जो खुले रोमछिद्रों पर प्रभावी हो। यदि साबुन से किसी तरह की एलर्जी हो तो बेसन का भी प्रयोग कर सकती हैं। बीच-बीच में जब भी मौका मिले, चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारती रहें। टमाटर का टुकड़ा लेकर उसे चेहरे पर कुछ देर मलकर छोड़ दें। फि र ठंडे पानी से चेहरा धो लें। यही क्रिया टमाटर के रस के साथ भी दोहरा सकते हैं। बेसन, आटे का चोकर, पुदीना, नीम, हल्दी और संतरे का रस मिलाकर बनाया पैक भी काफी लाभदायक होता है। कुछ लोगों की त्वचा इतनी ज्यादा संवेदनशील होती है कि वे बेसन-हल्दी तक नहीं लगा सकते। ऐसे लोग पपीते के छिलके को कुछ देर तक चेहरे पर रगड़ने के बाद छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इससे खुले रोमछिद्रों की समस्या में सहायता तो मिलती ही है, साथ ही मुंहासों के पुराने निशान भी चले जाते हैं। 
ज़रूरी है रोकथाम : खुले रोम छिद्रों की समस्या एक बार शुरू हो जाने के बाद इसका स्थायी इलाज सिवाय कॉस्मेटिक सर्जरी के और कुछ भी नहीं है। इसलिए सावधानी ही इसका बेहतर इलाज है। इलाज के अलावा कुछ सावधानियां नियमित खानपान में बरतने की भी ज़रूरत होती है। सौंदर्य विशेषज्ञ विक्टोरिया के अनुसार, ‘हम जो भी खाते पीते हैं, उसका सीधा-सीधा असर हमारे चेहरे पर दिखता है। इसलिए अगर हम अपने चेहरे पर कुछ देखना चाहते हैं तो हमें उसकी शुरुआत अपने खानपान और दिनचर्या से करनी होगी। स्वस्थ, जवां त्वचा के लिए सुबह की ताजी हवा में कुछ समय ज़रूर बिताएं। पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं। इसके लिए प्यास लगने तक का इंतजार न करें। कब्ज किसी भी हालत में न होने दें। इस समस्या से बचने का सबसे अच्छा समाधान नियमित रूप से ताजे फलों और कच्चे सलाद का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना है।’
क्लिनिकल ट्रीटमेंट : इसके लिए सबसे पहले किसी क्लिनिक का चुनाव करें, जो इस तरह के उपचार करने की विशेषज्ञता रखता हो। यहां इस समस्या को ठीक करने के लिए बाहरी उपचार के साथ-साथ दवाएं भी दी जाती हैं। क्योंकि सबसे पहले त्वचा का अतिरिक्त तेल हटाना ज़रूरी होता है। 5 दिन के अंतराल पर कराई गई फेस क्लीनिंग और फेशियल एक दूसरे का विकल्प नहीं बल्कि दो अलग क्रियाएं हैं। फेशियल के दौरान कभी भी मसाज क्रीम से नहीं बल्कि मिंट जैल से ही कराएं। वेजीटेबल पीलिंग कराके स्किन टाइटनिंग पैक लेना भी इसका अच्छा समाधान है।

—नीलोफर