कृषि पर भी मंडराने लगा कोरोना व कर्फ्यू का खतरा

अबोहर, 25 मार्च (सुखजिंदर सिंह ढिल्लों) : एक ओर दुनिया भर में मानवता के लिए कोरोना वायरस का बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। वहीं कृषि पर भी कोरोना वायरस का कहर मंडराने लगा है। देश भर में जहां लॉकडाऊन पर पंजाब में कर्फ्यू लगा हुआ है। इस दौरान फसलों पर काले तेले का हमला भी हो चुका है। जिस कारण किसानों की चिंता का आलम छा गया है। क्योंकि कर्फ्यू के दौरान न तो किसान खेतों में जा कर स्प्रे कर सकता है और न ही दुकानें बंद होने के कारण कहीं से स्प्रे मिल रहा है। ऐसे में किसानों की यह मांग उठ रही है कि वह फसलों को बचाने के लिए क्या करे। क्योंकि यदि आने वाले दिनों में भी स्प्रे न हुई तो काले तेले का हमला और अधिक बढ़ जाएगा। किसानों ने बताया कि  इस समय गेहूं और बागों पर काले तेले का हमला हुआ है। यदि इसको न संभाला गया तो फसलों को भारी नुकसान हो जाएगा और कृषि को यह बड़ी आर्थिक चोट लग सकती है। काले तेले के हमले को रोकने के लिए कीटनाशक का प्रयोग इस समय बहुत ज़रूरी है। कई गांवों में तेला अधिक मात्रा में बढ़ चुका है। उन्हें कहीं भी कीटनाशक नहीं मिल रहा और यदि किसी के पास कीटनाशक उपलब्ध है तो उनको स्प्रे करने की इजाज़त नहीं मिल रही। किसानों ने सरकार से मांग की है कि पहले ही बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रही कृषि को बचाने के लिए प्रयास करने की ज़रूरत है।