हर तरफ लगी दौड़ को भगवान ने रोका

खासा, 25 मार्च (अ.स.): विश्वभर में फैली महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के भारत में भी पैर पसारने पर सरकारों द्वारा सार्वजनिक व भारत की सुरक्षा हेतु लिए गए फैसले में जहां देश में कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। वहीं हर तरफ लगी मनुष्य की पैसे कमाने की, सफलता हासिल करने की दौड़ बिल्कुल रुक गई है। लोग घर से निकलने से परहेज़ कर रहे हैं और अपने माता-पिता, बुजुर्गों व बच्चों के साथ समय बिता रहे हैं जहां लोगाें में दूसरे देशों आस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मन, इंग्लैंड, अमरीका, स्पेन, इटली में पढ़ने जाने या घूमने व काम करने का भूत सवार था, वह अब बाहर गए दोस्तों को भी सब कुछ छोड़कर घर आने की सलाह दे रहे हैं। यहां एक बात स्पष्ट है कि यदि पंजाब सरकार व पंजाब पुलिस द्वारा इस महामारी को रोकने के लिए की जा रही सख्ती का पंजाब निवासी साथ दे रहे हैं, यदि इस प्रकार की सख्ती पंजाब सरकार के आदेशों के ज़रिये पंजाब पुलिस नशा तस्करों को पकड़ने में करे तो पंजाब के लोग इसी तरह साथ देंगे। आज कुदरत ने पूरे विश्व के विज्ञान को भी फेल कर दिया है। सड़क यातायात,  रेल, बस, कार, हवाई जहाज आदि सब कुछ बंद है। सड़कें, बैंक, रेलवे स्टेशन, शापिंग माल, बस अड्डा, गुरुद्वारे, मंदिर, मैरिज पैलेस, रैस्टोरैंट आज सूने दिखाई दे रहे हैं। वातावरण प्रदूषण रहित व साफ है। लोगों का एक-दूसरे को मिलने का सलीका बिल्कुल बदल चुका है। स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटीयां विद्यार्थियों के बगैर सूनीं नज़र आ रही हैं। कुदरत के स्रोत पानी, पशु, जानवर आज आज़ाद हैं और मनुष्य कैद नज़र आ रहा है। सूनी सड़कें, गलियां, बाज़ार, गांवाें आदि को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे हम आज से 50 साल पिछले समय में रह रहे हों, जैसे पुराने समय में हम केवल अपने तक ही सीमित थे ज्यादा देर बाद काम के लिए शहर जाने का सबब बनता था या रिश्तेदारों को मिलने का सबब बनता था। श्री हरिमंदिर साहिब अमृतसर जहां पांव रखने को जगह नहीं मिलती थी, आज देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे आज से 50 साल पहले यातायात के साधनों की कमी होने के कारण इक्का-दुक्का व्यक्ति ही दर्शनों के लिए जाता था।