कोरोना वायरस

कैसे कोरोना फैला जग में कोई समझ ना पाया है
हर कोई घर में कैद हो गया मन ही मन घबराया है।
कोई कहता सांप से फैला, चमगादड़ कोई बताता है
कुछ चीजें हैं समझ आती, बाकी समझ न आता है
जो कुछ समझ में आया हमको वह विज्ञान की माया है।
कितनी जानें कहां गई हैं, मातम की खबरें फैली
जिन आंखों में चमक थी दिखती वो भी हो गई मैली
लहूलुहान हुई मानवता सब संक्रमण का साया है।
समय की मांग सामाजिक दूरी निकलो ना घर से बाहर
कोई जो मिल जाए तो अभिवादन करो हाथ जोड़कर
एकांत भला है देहांत से समझ ने यही समझाया है। 
संयम-धैर्य बहुत जरूरी वायरस जब फुंकार रहा है
स्वच्छता के प्रबंध हों पक्के वक्त आज पुकार रहा है
ध्यान लगाकर सुनना सब ही गीत ‘अरुण’ ने गाया है।

-अरुण कुमार कैहरबा
-मो.-9466220145