आटा मिलें चलने व गेहूं मिलने से आटा की कीमतों की तेज़ी घटी

जालन्धर, 31 मार्च (शिव शर्मा): कई आटा मिलें चलने व लोगों को सरकार द्वारा गेहूं वितरण के बाद कुछ दिन पहले आटे की कीमतों में तेज़ी आ गई थी, वह अब रुक गई है। कोरोना के कारण 21 दिन की तालाबंदी के कारण जहां पूरे पंजाब में कामकाज ठप्प हो गया था, वहीं आटे की मिलें व चक्कियां बंद होने के कारण कई लोगों ने आटे की कीमतें बढ़ा दी थीं कि 10 किलो की आटे की थैली 300 रुपए तक बिकती थी, वह 330 रुपए तक बिक गई थी। आटे की इसलिए कमी हो गई थी क्योंकि आटा मिलों के अलावा आटा चक्कियां भी बंद हो गई थीं। यदि आटा मिलें राज्य में बड़ी मात्रा में आटा तैयार करती हैं तो स्थानीय स्तर पर आटा चक्कियां भी लोगों को परचून मात्रा में आटा सप्लाई करती हैं। मिलें व आटा चक्कियां बंद होने के कारण ही कईयों के पास आटा की कमी आ गई थी और कई जगह परचून वालों ने आटा की थैली 320 रुपए से लेकर 330 रुपए तक बेच दी थी। सरकार ने तो आटे सहित अन्य राशन सामान की कीमतों में आई तेजी के बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की आटा मिलें व आटा चक्कियां चलाने की मंजूरी दी गई है जिस कारण अब राहत मिलनी शुरू हो गई है। वैसे सरकार ने कई शहरों में खाद्य सुरक्षा एक्ट के तहत 2 रुपए किलो वाली रहती गेहूं भी सप्लाई की है।