लंगर बांटने जा रहे अकाली नेता को पुलिस ने लिया हिरासत में

लुधियाना, 1 अप्रैल (किशन बाली): थाना शिमलापुरी की पुलिस द्वारा सीनीयर अकाली नेता गुरदीप सिंह गोशा को शिमलापुरी नहर पुल के नजदीक लंगर बांटने जाते हुए हिरासत में ले लिया गया। जहां से उनको थाना शिमलापुरी लाया गया और ढाई घंटे थाने बिठाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। जानकारी मुताबिक अकाली नेता गुरदीप सिंह गोशा पिछले 10 दिनों से शहर के विभिन्न इलाकों में लंगर बांट रहे हैं, जिस कारण वे शहर में चर्चा में हैं। बीते दिन स. गोशा ने जिला प्रशासनिक अधिकारियों पर पंजाब सरकार द्वारा भेजी गई लंगर की रकम में घोटाला करने का आरोप लगाकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी, उस समय से ही गोशा जिला प्रशासनिक अधिकारियों के निशाने पर थे। आज सुबह गोशा अपनी कार में शिमलापुरी में जा रहे थे, शिमलापुरी नहर पुल के नजदीक पुलिस के उच्च अधिकारियों ने उनकी कार को रोक लिया और वहां मौजूद अधिकारियों को गोशा को थाने ले जाने के आदेश दिए। पुलिस कर्मचारी गोशा को शिमलापुरी थाने ले आए, जहां उनकी पुलिस कर्मचारियों से तीखी बहस भी हुई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गोशा ने बताया कि थाने में अढाई घंटे उनको जलील किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि थाने में पुलिस अधिकारियों को पुलिस कमिश्नर द्वारा जारी किया गया कर्फ्यू पास भी दिखाया था, लेकिन अधिकारी उसको भी मानने से इनकार करते रहे। उन्हें बताया कि यह सब कुछ अधिकारियों द्वारा सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है। उन्होंने बताया कि वह इस लोक सेवा से पीछे हटने वाले नहीं हैं और जरूरतमंद लोगों की सेवा करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि वह अपने दिए पहले बयानों पर कायम हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा जो फंड लुधियाना के लिए भेजा गया है, उसमें घपलेबाजी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इस दौरान डी.सी.पी. श्री अखिल चौधरी ने बताया कि पुलिस द्वारा स. गोशा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।